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तीन छोटी पार्टियों ने बिगाड़ा खेल

locationकोयंबटूरPublished: May 24, 2019 06:14:56 pm

कोंगू क्षेत्र में तीन छोटी पार्टियों ने हार-जीत का अंतर तय करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अभिनेता कमल हासन की पार्टी मक्कल नीदि मय्यम (एमएनएम) ने कई सीटों पर खेल बिगाड़ा।

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तीन छोटी पार्टियों ने बिगाड़ा खेल

कोयम्बत्तूर , कोंगू क्षेत्र में तीन छोटी पार्टियों ने हार-जीत का अंतर तय करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अभिनेता कमल हासन की पार्टी मक्कल नीदि मय्यम (एमएनएम) ने कई सीटों पर खेल बिगाड़ा। इसके अलावा क्षेत्रीय पार्टी नाम तमिल काची (एनटीके) और टी टी वी दिनकरन की पार्टी एएमएमके ने भी छाप छोड़ी। कुछ सीटों पर नोटा (इनमें से कोई नहीं) को भी अच्छी संख्या में वोट मिले। एमएनएम कोयम्बत्तूर, पोल्लाची, ईरोड, तिरुपुर, सेलम, नीलगिरि तीसरे स्थान पर रही जबकि एनटीके नीलगिरि को छोड़कर बाकी पांच सीटों पर चौथे स्थान पर रही जबकि एएमएमके पांचवें स्थान पर रही।
कोयम्बत्तूर लोकसभा क्षेत्र में जीत-हार का फैसला करीब १४ फीसदी मतों से हुआ लेकिन छोटे दलों को मिले मतों ने यहां भी असर दिखाया। तीन छोटे दलों को करीब २० फीसदी मत मिले। एमएनएम उम्मीदवार डॉ आर महेंद्रन को लगभग १२ फीसदी मत मिले जबकि एनटीके के एस कल्याण सुंदरम भी करीब पांच फीसदी मत हासिल करने में सफल रहे। एएमएमके के एन. आर.अप्पादुरै को भी तीन फीसदी से अधिक वोट मिले। कोयम्बत्तूर के १.८५ फीसदी मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया।
पोल्लाची में जीत-हार का अतंर करीब १६ फीसदी रहा और छोटे दलों का ज्यादा नहीं रहा लेकिन एमएनएम, एएमएमके और एनटीके को करीब १०.५ फीसदी मत मिले। एमएनएम करीब साढ़े पांच फीसदी और एनटीके के खाते में करीब ३ फीसदी मत गए। दिनकरन की पार्टी एएमएमके को भी करीब ढाई फीसदी मत मिले। करीब डेढ़ फीसदी मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया।
ईरोड में जीत-हार का फैसला करीब 20 फीसदी मतों से हुआ। यहां छोटे दलों और नोटा को करीब 12 फीसदी मत मिले। एमएनएम को करीब साढ़े चार फीसदी मत मिले जबकि एनटीके को 3.65 फीसदी मत मिले। एएमएमके के उम्मीदवार को2.42 फीसदी मत मिले जबकि करीब 1.42 फीसदी मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया।
तिरुपुर में जीत का अंतर सिर्फ ८.३१ फीसदी रहा लेकिन एमएनएम, एएमएमके और एनटीके को इससे ज्यादा मत मिले। तीनों दलों की झोली में १३.४२ फीसदी मत गए। एमएनएम को ५.७४, एनटीके को ३.७६ और एएमएमके को ३.९२ फीसदी मत मिले। करीब १.९५ फीसदी मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया।
सेलम में हार-जीत का अंतर करीब १२ फीसदी रहा और लगभग इतने ही वोट तीनों छोटी पार्टियों को मिले हैं। एमएनएम को ४.९३, एनटीके को २.७१, एएमएमके को ४.१८ फीसदी मत मिले। यहां १.३८ फीसदी मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया। नीलगिरि में हार-जीत करीब २० फीसदी मतों से हुआ। हालांकि, यहां छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों की कोई खास भूमिका नहीं रही। एमएनएम को ४.०७ फीसदी मत मिले जबकि १.८ फीसदी मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया।
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