ऐसे परखेंं देशी तरीके से...!
स्टैनफोर्ड अस्पताल मंडल के चिकित्सा विशेषज्ञों की राय में कोराना वायरस के संक्रमण व इसके लक्षण को पहचान लें तो इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

कोयम्बत्तूर. स्टैनफोर्ड अस्पताल मंडल के चिकित्सा विशेषज्ञों की राय में कोराना वायरस के संक्रमण व इसके लक्षण को पहचान लें तो इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। चिकित्सकों की राय के अनुसार संक्रमित होने की जानकारी प्रत्यक्ष रूप से नहीं होती है अंदर से फैंफड़े कितने खराब हुए हैं इसकी जांच त्वरित करवानी है समय पर अस्पताल जाएंगे तो रोग पर नियंत्रण संभव है। उनका मानना है कि स्वस्थ फैंफड़े की देशी परख के लिए हमें 10 सेकं ड तक सांस रोक कर रखनी होगी इस दौरान खांसी, बेचेनी अकडऩ या जकडऩ नहीं होती तो यह माना जा सकता है कि आपके फैंफड़े स्वस्थ हैं। अन्यथा फैंफड़ों में फाईब्रोसिस (संक्रमित) है। प्रात:कालीन समय में यह परख करना श्रेष्ठ होगा। जापानी चिकित्सकों की राय अनुसार वायरस गले में पहुंच जाता है तो निरंतर पानी या तरल पदार्थ पीते रहे जिससे वह पेट में उतर जाएगा। जहां शरीर के एसिड इसे खत्म कर देंगे। पर्याप्त पानी निरंतर पीना रोग से बचाव कर सकता है।
चिकित्सकीय परामर्श जरूरी
गले में खराश नाक निरंतर बहती है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। पांच छह दिन निरंतर रहता है और सांस लेने में दिक्कत, तेज बुखार आदि होता है तो चिकित्सक के अनुसार दवा का सेवन करें।
अब पाइए अपने शहर ( Coimbatore News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज