मुआवजे के नाम पर थमायी चेक की जिरॉक्स कॉपी
कोयंबटूरPublished: Jun 04, 2019 04:45:01 pm
महिला की जिला प्रशासन से गुहार___जिला कलक्ट्रेट में सोमवार को जनसुनवाई के दौरान एक महिला की पीड़ा सुन कर लोगों की आंखें भर आई। मुआवजे के नाम पर थमायी चेक की जिरॉक्स कॉपी
मुआवजे के नाम पर थमायी चेक की जिरॉक्स कॉपी
कोयम्बत्तूर. जिला कलक्ट्रेट में सोमवार को जनसुनवाई के दौरान एक महिला की पीड़ा सुन कर लोगों की आंखें भर आई। वाडावल्ली के अन्नानगर से अपने तीन बच्चों रघुपति, रेवती और तमिल सेल्वी को साथ लेकर पहुंची लक्ष्मी ने जो बताया, उससे लोगों को झटका भी लगा। लक्ष्मी का पति तिरुचि निवासी पेरियास्वामी एक दशक पहले काम की तलाश में कोयम्बत्तूर आया था। यहां वह भवन निर्माण का काम करने लगा था। एक साल पहले
ओण्डीपुदूर में मकान निर्माण कार्य के दौरान करंट लगने से झुलस गया था। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया पर रास्ते में ही उसका दम टूट गया। पति की अचानक मौत से लक्ष्मी के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। तीन बच्चों की जिम्मेदारी सिर पर थी। लोगों ने भवन निर्माता पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग की थी। वह मुआवजे के लिए राजी हो गया और वकील के माध्यम से छह लाख रुपए का चेक दिया। लेकिन बाद में पता लगा कि वह असली चेक नहीं था। उसने चेक की जिरॉक्स कॉपी थमाई थी।उससे भुगतान तो संभव ही नहीं था , बल्कि वह बैंक में चेक जमा कराती तो उस पर ही धोखाधड़ी का केस दर्ज हो सकता था। इसके बाद कई बार उसने भवन निर्माता से मुआवजे की राशि देने की गुहार लगाई पर कोई नतीजा नहीं निकला। लक्ष्मी अब खुद काम कर बच्चों को पढ़ा रही है। लोगों ने उसको सलाह दी कि वह जिला कलक्टर से मिले और अपनी समस्या बताए तो वहां समाधान हो सकता है। इसी आस में सोमवार को अपने तीन बच्चों के साथ कलक्ट्रेट आई और ज्ञापन सौंपा। अपनी पीड़ा बताते हुए वह रो पड़ी। मौके पर मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने उसे संभाला।