मिली जानकारी के मुताबिक Coimbatore शहर के उक्कडम इलाके में रहने वाला मुस्तफा कार सीट कवर बनाने का काम करता है। उसे दांत में दर्द की समस्या हुई तो वह पास के ही एक बड़े मेडिकल शॉप से दवा लेने गया। दवा की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी ने उसे एक प्रतिष्ठित दवा कंपनी की दांत दर्द निवारक दवा के छह टैबलेट का पत्ता दिया। मुस्तफा दवा लेकर घर गया और एक टैबलेट खा लिया। दवा खाने के काफी देर बाद भी जब मुस्तफा को दांत के दर्द से राहत नहीं मिली तो उसने आधा टैबलेट और लेना चाहा। जैसे ही उसने इसके लिए टैबलेट के टुकड़े किए, दवा के अंदर लोहे का छोटा सा तार देखकर वह चौंक गया। मुस्तफा तुरंत दवा के दुकान पर गया और वहां मौजूद कर्मचारी को पूरी बात बताते हुए इसके बारे में पूछा। लेकिन, उस कर्मचारी ने कहा कि वह इससे बारे में दवा कंपनी से पूछे क्योंकि दवा तो पैक था उसे क्या पता। इसके बाद मुस्तफा ने अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों को इसकी जानकारी दी और मौके पर बुलाया। उन लोगों ने भी दवा दुकान के संचालक से इस बारे में पूछा तो उसने पहले की ही तरह जबाव देते हुए दवा कंपनी से पूछने की बात कही। इसे लेकर दोनों पक्षोंं में तीखी झड़प हो गई। बाद में मुस्तफा के रिश्तेदारों और दोस्तों ने दुकान के सामने इसे लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। दुकान के सामने प्रदर्शन के कारण जाम की स्थिति बन गई और दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। मामले की सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने पूरा वाकया समझने के बाद मुस्तफा को समझाया कि वह इसे लेकर दवा कंपनी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को शिकायत करे क्योंकि इसमें दुकानदार की कोई गलती नहीं है। इसके बाद मुस्तफा और उसके परिजनों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया। मुस्तफा ने बाद में कहा कि वह इस मामले को लेकर दवा कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के स्वास्थ निरीक्षक को भी शिकायत करेगा।
… अगर खा लेता ‘तार’ वाला टेबलेट
मुस्तफा ने कहा कि उसने टैबलेट तोड़ा तब उसे तार दिख गया और उसने नहीं खाया लेकिन अगर वह पूरा टैबलेट खा लेता तो दवा के साथ तार का टुकड़ा उसके पेट में चला जाता और उसे फिर उसके लिए उपचार कराना पड़ता। मौके पर जुटे लोगों का कहना था कि दवा कंपनियों को दवा बाजार में बेचने के लिए भेजने से पहले उसकी पूरी तरह जांच करनी चाहिए। दवा निर्माण में लापरवाही बरतने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
मुस्तफा ने कहा कि उसने टैबलेट तोड़ा तब उसे तार दिख गया और उसने नहीं खाया लेकिन अगर वह पूरा टैबलेट खा लेता तो दवा के साथ तार का टुकड़ा उसके पेट में चला जाता और उसे फिर उसके लिए उपचार कराना पड़ता। मौके पर जुटे लोगों का कहना था कि दवा कंपनियों को दवा बाजार में बेचने के लिए भेजने से पहले उसकी पूरी तरह जांच करनी चाहिए। दवा निर्माण में लापरवाही बरतने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।