कमरे जितना था पहला कंप्यूटर
जब सबसे पहले कंप्यूटर बना था तो उसका आकार एक कमरे से भी ज्यादा बड़ा हुआ करता था। चार्ल्स बेबेज ने सर्वप्रथम 19वीं शताब्दी में कंप्यूटर का आविष्कार किया था और टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नई क्रांति पैदा की थी।
जब सबसे पहले कंप्यूटर बना था तो उसका आकार एक कमरे से भी ज्यादा बड़ा हुआ करता था। चार्ल्स बेबेज ने सर्वप्रथम 19वीं शताब्दी में कंप्यूटर का आविष्कार किया था और टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नई क्रांति पैदा की थी।
समय के साथ होता गया बदलाव
धीरे-धीरे समय के साथ-साथ कंप्यूटर का आकार छोटा होता गया, क्योंकि पहले कंप्यूटर बड़ा हुआ करता था तो इसलिए वो अधिक जगह लेता था। अब कंपनियों ने ऐसे कंप्यूटर बना दिए हैं जो बहुत कम जगह घेरते हैं और एक छोटे से बैग में समा जाते हैं। लैपटॉप के रूप में कंप्यूटर को हाथों में रखा जा सकता है और कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है।
धीरे-धीरे समय के साथ-साथ कंप्यूटर का आकार छोटा होता गया, क्योंकि पहले कंप्यूटर बड़ा हुआ करता था तो इसलिए वो अधिक जगह लेता था। अब कंपनियों ने ऐसे कंप्यूटर बना दिए हैं जो बहुत कम जगह घेरते हैं और एक छोटे से बैग में समा जाते हैं। लैपटॉप के रूप में कंप्यूटर को हाथों में रखा जा सकता है और कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है।
दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर
अब इसी बीच टेक्नीकल कंपनी आईबीएम ने दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर बनाया है, जो कि आकार में नमक के दाने के बराबर है और अगले 5 सालों में बिकना भी शुरू हो जाएगा।
अब इसी बीच टेक्नीकल कंपनी आईबीएम ने दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर बनाया है, जो कि आकार में नमक के दाने के बराबर है और अगले 5 सालों में बिकना भी शुरू हो जाएगा।
कीमत है सिर्फ 7 रुपये
इस कंप्यूटर की सबसे बड़ी खासियत इसका आकार तो है ही इसी के साथ-साथ इसी कीमत इतनी ज्यादा कम है कि लोगों के सुनने के बाद बहुत ज्यादा हैरानी होगी। जी हां इस कंप्यूटर की कीमत सिर्फ 7 रुपये है। अब आप सोच रहे होंगे कि इतनी कम कीमत में आखिर आता ही क्या है? पहले नहीं आता होगा, लेकिन अब सिर्फ 7 रुपये में कंप्यूटर आएगा।
इस कंप्यूटर की सबसे बड़ी खासियत इसका आकार तो है ही इसी के साथ-साथ इसी कीमत इतनी ज्यादा कम है कि लोगों के सुनने के बाद बहुत ज्यादा हैरानी होगी। जी हां इस कंप्यूटर की कीमत सिर्फ 7 रुपये है। अब आप सोच रहे होंगे कि इतनी कम कीमत में आखिर आता ही क्या है? पहले नहीं आता होगा, लेकिन अब सिर्फ 7 रुपये में कंप्यूटर आएगा।
इसलिए किया गया आविष्कार
आईबीएम ने दुनिया के सबसे छोटे कंप्यूटर को चोरी रोकने, छेड़छाड़ से दूर रखने और सुरक्षित रखने के लिए तैयार किया है। अब लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना होगा।
आईबीएम ने दुनिया के सबसे छोटे कंप्यूटर को चोरी रोकने, छेड़छाड़ से दूर रखने और सुरक्षित रखने के लिए तैयार किया है। अब लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना होगा।