मलिंगा के नाम दो हैट्रिक, लगातार 4 गेंदों पर विकेट लेने का रिकॉर्ड
लसित मलिंगा एकलौते ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने विश्व कप में दो बार हैट्रिक ली है। पहली बार उन्होंने 2007 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। इस मैच में उन्होंने हैट्रिक ही नहीं, बल्कि लगातार चार गेंदों में चार विकेट झटक कर इतिहास रचा था। ऐसा कारनामा कोई दूसरा गेंदबाज नहीं कर पाया है। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए महज 4 रन चाहिए थे और उनके पास 5 विकेट बचे थे। इसके अलावा गेंद भी काफी था। लेकिन मलिंगा ने आते ही मैच का नक्शा बदल दिया। ओवर की पांचवीं गेंद पर शॉन पोलक को आउट किया। इसके बाद आखिरी गेंद पर एंड्रू हॉल को पैवेलियन भेजा। फिर अगले ओवर की पहली गेंद पर जैक कैलिस और फिर दूसरी गेंद पर मखाया नतिनी को आउट कर सनसनी मचा दी। हालांकि मलिंगा के इस जबरदस्त प्रर्शन के बावजूद श्रीलंका यह मैच एक विकेट से हार गया था।
इसके बाद मलिंगा ने अगले ही विश्व कप 2011 में एक बार फिर कहर ढाया। इस बार भी उनके सामने एक और अफ्रीकी टीम थी। उन्होंने यह कारनामा केन्या के खिलाफ किया। उन्होंने लगातार तीन गेंदों पर तन्मय मिश्रा, पीटर ओंगोंडो और शेम गोचे को आउट कर इतिहास रचा था।
बाकी सात गेंदबाजों ने ली एक-एक बार हैट्रिक
पहले तीन विश्व कप में कोई हैट्रिक नहीं आई थी। इसके बाद 1987 में चेतन शर्मा ने पहली हैट्रिक ली। फिर एक लंबा गैप। दो विश्व कप 1992 और 1996 में कोई हैट्रिक नहीं आई। दूसरा हैट्रिक 1999 विश्व कप में पाकिस्तान के ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने लिया। इसके अलावा श्रीलंका के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चामिंडा वास ने बांग्लादेश के खिलाफ 2003 में, इसी विश्व कप में उनके बाद आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने केन्या के खिलाफ, विंडीज के तेज गेंदबाज केमार रोच ने 2011 में नीदरलैंड के खिलाफ हैट्रिक ली। 2015 के विश्व कप इंग्लैंड के स्टीवन फिन और दक्षिण अफ्रीका के जेपी डुमिनी ने हैट्रिक ली।
विश्व कप में पहली हैट्रिक चेतन शर्मा के नाम
1975 से खेले जा रहे आईसीसी वनडे विश्व कप में पहले तीन विश्व कप में किसी गेंदबाज ने हैट्रिक नहीं ली थी। विश्व कप इतिहास का पहला हैट्रिक चौथे विश्व कप में आया और इसका श्रेय मिला भारतीय तेज गेंदबाज चेतन शर्मा को। उन्होंने 1987 विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए लगातार तीन गेंदों पर केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ और इवान चैटफील्ड को बोल्ड कर दिया था।
मैच की पहली तीन गेंद पर हैट्रिक लेने वाले इकलौते गेंदबाज चामिंडा वास
श्रीलंका के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चामिंडा वास ने 2003 विश्व कप में हैट्रिक लेने का एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मैच में पहले ओवर की पहली ही तीन गेंदों पर हैट्रिक लेकर इतिहास कायम कर दिया और बांग्लादेश की टीम पर कहर ढाने के लिए उन्होंने दिन चुना खास। प्यार का दिन। वैलेंटाइन डे। 14 फरवरी 2003 को वह मैच का पहला ओवर लेकर आए और पहली ही गेंद पर हन्नान सरकार को बोल्ड मार दिया। इसके बाद दूसरी और तीसरी गेंद पर मोहम्मद अशरफुल और एहसानुल हक को आउट कर दिया।
श्रीलंकाई खिलाड़ियों के नाम तीन हैट्रिक
विश्व कप इतिहास में श्रीलंका को छोड़कर किसी भी देश के खिलाड़ी के नाम एक हैट्रिक से ज्यादा नहीं है, लेकिन श्रीलंका के नाम तीन-तीन हैट्रिक है। यह तीन हैट्रिक भी साधारण नहीं, बल्कि बेहद खास है। श्रीलंका के लिए पहली बार हैट्रिक चामिंडा वास 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ लिया था। यह इस मायने में खास था कि मैच की पहली तीन गेंद पर आया था। इसी तरह यार्करमैन लसित मलिंगा के नाम विश्व कप में लगातार दो विश्व कप (2007, 2011) हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड है। ऐसा करने वाले वह इकलौते खिलाड़ी हैं तो 2003 के विश्व कप में उन्होंने लगातार चार गेंदों पर चार विकेट लिए थे।
तीन विश्व कप में बने हैं दो-दो हैट्रिक
1975, 1979, 1983, 1992 और 1996 ये पांच विश्व कप ऐसे हैं, जिनमें एक भी हैट्रिक नहीं लगा है तो तीन विश्व कप 2003, 2011 और 2015 ऐसे हैं, जिनमें दो-दो बार हैट्रिक लगे थे। इसके अलावा दो विश्व कप 1987 और 2007 विश्व कप ऐसे रहे, जिनमें किसी गेंदबाज ने एक हैट्रिक लिया था।