टीम इंडिया तीसरा और आखिरी मैच जीतकर सीरीज में क्लीन स्वीप करने उतरेगी। यदि भारत ऐसा करता है तो इस टीम पर यह उसकी तीसरी बार क्लीन स्वीप होगी
हरारे। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत की युवा क्रिकेट टीम ने अपने जिम्बाब्वे दौरे की जबरदस्त शुरूआत करते हुए वनडे सीरीज पर कब्जा कर लिया है और बुधवार को मेहमान टीम तीसरा और आखिरी मैच जीतकर सीरीज में क्लीन स्वीप करने उतरेगी। यदि भारत ऐसा करता है तो इस टीम पर यह उसकी तीसरी बार क्लीन स्वीप होगी। टीम इंडिया दूसरा वनडे आठ विकेट से जीतकर 2-0 से सीरीज पर पहले ही कब्जा कर चुकी है। पहला वनडे भारत ने नौ विकेट से जीता था। भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ वर्ष 2013 में पांच मैचों की वनडे सीरीज 5-0 से और वर्ष 2015 में तीन मैचों की वनडे सीरीज 3-0 से जीती थी। भारत यदि इस बार भी क्लीन स्वीप करता है तो यह उसकी जिम्बाब्वे पर लगातार तीसरी वनडे सीरीज क्लीन स्वीप होगी।
तीसरे वनडे में हो सकते हैं कुछ बदलाव
धोनी की कप्तानी वाली युवा और कई गैर अनुभवी खिलाडिय़ों से सजी टीम ने अब तक पिछले दोनों मैचों में बल्ले और गेंद से कमाल का प्रदर्शन किया है। हालांकि सबसे सफल गेंदबाजों को कहा जा सकता है जिसमें दोनों ही मुकाबलों में हर गेंदबाज ने विकेट हासिल करने में सफलता हासिल की। कप्तान ने दूसरे मैच की जीत के बाद भी श्रेय गेंदबाजों को दिया था। युवा खिलाडिय़ों के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर अनुभव हासिल करने के लिहाज से अहम मानी जा रही इस सीरीज में अब तक कई खिलाड़ी बेंच पर बैठे हैं और उम्मीद की जा सकती है कि परिणाम के लिहाज से अहम नहीं रहे तीसरे मैच में धोनी कुछ बदलाव कर सकते हैं। भारतीय कप्तान ने पहले दो वनडे मैचों में एकसमान अंतिम एकादश को जगह दी है और आखिरी मुकाबले में गेंदबाजी और बल्लेबाजी में व्यापक बदलाव हो सकते हैं।
रायुडू, राहुल को दिया जा सकता है आराम
बल्लेबाजी में अब तक मध्यक्रम को खेलने का मौका ही नहीं मिल सका है। लोकेश राहुल, करूण नायर और अंबाटी रायुडू के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज अपने जौहर नहीं दिखा सका है। अपने पदार्पण वनडे में नाबाद 100 रन बनाने वाले लोकेश राहुल पिछले दो मैचों में 133 रन बना चुके हैं और संभव है कि उनके साथ रायुडू को भी अगले मैच में आराम दिया जा सकता है। रायुडू ने भी पिछले दो मैचों में अच्छी बल्लेबाजी की है और नाबाद 62 तथा नाबाद 41 रन का योगदान दिया है। धोनी संभवत: फैज फजल और मनदीप सिंह को आखिरी वनडे में राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण करने का मौका दे सकते हैं।
जयंत यादव कर सकते हैं पदार्पण
हालांकि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के अलावा बाकी खिलाडिय़ों को खेलने का मौका ही नहीं मिला है ऐसे में संभव है कि मध्य और निचले क्रम में कुछ खास बदलाव देखने को न मिलें। लेकिन गेंदबाजी में भी व्यापक बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। पिछले दोनों मैचों में पांच विकेट लेकर जसप्रीत बुमराह सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने पहले मैच में चार विकेट लिए थे। वहीं अक्षर पटेल(दो विकेट) को छोड़कर युजवेंद्र चहल, बरिंदर शरण और धवल कुलकर्णी तीनों ने चार-चार विकेट लिए हैं और टीम की जीत में अहम योगदान दिए हैं। गेंदबाजी विभाग में आफ स्पिनर जयंत यादव को पदार्पण का मौका मिल सकता है। लेकिन इसके लिए चहल या अक्षर में से किसी को बाहर बैठना होगा।
जिम्बाब्वे टीम कर सकती है पलटवार
भारतीय खिलाडिय़ों ने हर विभाग में जिम्बाब्वे को चित किया है लेकिन अंतरिम कोच मखाया एनतिनी की बल्लेबाजों को लताड़ के बाद संभव है कि मेजबान टीम आखिरी मैच में सांत्वना जीत के लिए प्रयास करे और टीम इंडिया को चुनौती झेलनी पड़े। वैसे भारत की युवा और गैर अनुभवी टीम की तुलना में जिम्बाब्वे के पास कई अनुभवी खिलाड़ी हैं जिनमें वूसी सिबांदा, सिकंदर रजा, हैमिल्टन मसकाद्जा, एल्टन चिगुंबुरा शामिल हैं। वूसी ने पिछले मैच में 53 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी और वह टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर भी हैं। गेंदबाजों में चिभाभा, सिकंदर और तेंदई चतारा ही एक एक विकेट लेकर खाता खोल सके हैं। मैच में टॉस की भी अहम भूमिका रहेगी और यदि यह जिम्बाब्वे के हक में जाता है तो संभव है कि मैच के परिणाम में भी कुछ अंतर देखने को मिले।