इन पांच में जिन दो उम्मीदवारों का सेलेक्शन होगा, वे चयन समिति में मुख्य चयनकर्ता और पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एमएसके प्रसाद और सलामी बल्लेबाज गगन खोड़ा की जगह लेंगे। इन दोनों का कार्यकाल बतौर चयनकर्ता समाप्त हो चुका है। इन दोनों के अलावा चयन शमिति में तीन अन्य चयनकर्ता पूर्व ऑफ स्पिनर शरनदीप सिंह, बल्लेबाज जतिन परांजपे और देवांग गांधी हैं। इनका एक साल का कार्यकाल और बचा है।
शिवरामकृष्णन की दावेदारी है मजबूत
मुख्य चयनकर्ता पद के लिए इस बार लक्ष्मण शिवरामकृष्णन की दावेदारी मजबूत बताई जा रही है। पिछले चार-पांच महीनों से इनका नाम चर्चा में है। उन्हें अपने जमाने में भारत का सबसे प्रतिभाशाली लेग स्पिनर करार दिया गया था। हालांकि वह अपनी लय खो देने के कारण बहुत जल्दी टीम इंडिया से बाहर हो गए थे। इसके अलावा वह 20 साल तक बतौर कमेंटेटर काम कर चुके हैं। नेशनल क्रिकेट एकेडमी में गेंदबाजी कोच और आईसीसी की क्रिकेट कमेटी भी रह चुके हैं।
लक्ष्मण शिवरामकृष्णनन ने कहा कि यदि बीसीसीआई उन्हें मौका देती है तो वह बदलाव लाने की कोशिश करेंगे। लक्ष्मण ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि अगर बतौर चयनकर्ता उन्हें चार साल का कार्यकाल मिला तो वह स्पिन गेंदबाजी के साथ-साथ तीनों विभागों में बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत कर देंगे। बता दें कि युजवेंद्र चहल जैसे गेंदबाज को खोजने में भी शिवरामकृष्णन ने अहम भूमिका निभाई थी। वहीं पूर्व ऑफ स्पिनर राजेश चौहान ने बताया कि पिछली बार भी उन्होंने इस पद के लिए आवेदन दिया था। चयनकर्ता के काम में उनकी काफी रुचि है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार जरूर उनके नाम पर विचार किया जाएगा।