लेकिन इस बार विवाद बढ़ा है पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर और अफरीदी के बीच चल रही जुबानी जंग को लेकर। इसकी शुरुआत अफरीदी ने की उन्होंने अपनी आत्मकथा में गंभीर के साथ हुए विवाद के बारे में लिखा। उन्होंने गंभीर की आलोचना करते हुए कहा कि उनका अपना कोई व्यक्तित्व नहीं है और उनमें बहुत ज्यादा घमंड है।
अफरीदी ने अपनी किताब में लिखा, “कुछ प्रतिस्पर्धा पर्सनल होती हैं, तो कुछ प्रोफेशनल। गंभीर का मामला दिलचस्प है। उनमें घमंड की समस्या है। गंभीर का कोई व्यक्तित्व नहीं है और क्रिकेट के खेल में उनका कोई चरित्र भी नहीं है। उनके पास कोई बड़ा रिकॉर्ड नहीं है, बस घमंड है।”
अफरीदी ने लिखा, “कराची में हम ऐसे लोगों को सरयाल (जो हमेशा गुस्से में रहे) कहते हैं। मुझे खुश और सकारात्मक लोग पसंद हैं, यह मायने नहीं रखता कि आप कितने आक्रामक सह प्रतिस्पर्धी हैं, लेकिन आपको सकारात्मक होना चाहिए और गंभीर ऐसे नहीं थे।”
अफरीदी द्वारा इतनी आलोचना सुनने के बाद भला गंभीर कैसे चुप रहने वाले थे। उन्होंने भी अफरीदी पर जोरदार शब्द बाण चला दिए। गंभीर ने ट्वीट कर कहा, “शाहिद अफरीदी तुम बहुत मजाकिया हो। वैसे हम अभी भी पाकिस्तान के लोगों को इलाज कराने के लिए भारत का वीजा दे रहे हैं। मैं तुम्हें खुद मनोचिकित्सक के पास ले जाऊंगा।”
गंभीर के पलटवार के बाद अफरीदी भी आक्रामक मुद्रा में आ गए। उन्होंने गंभीर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुझे लगता है कि गौतम गंभीर को कुछ समस्याएं हो सकती हैं। मैं अस्पतालों के साथ काम कर रहा हूं और मैं यहां उसका बहुत अच्छा इलाज करा सकता हूं।”
अफरीदी ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा, “भारत सरकार आम तौर पर हमारे लोगों को वीजा नहीं देती है, लेकिन मैं भारत से आने वाले हर किसी का पाकिस्तान में स्वागत करूंगा। हमारे लोगों और हमारी सरकार ने हमेशा भारतीयों का स्वागत किया है और गौतम के लिए मैं खुद वीजा की व्यवस्था करूंगा ताकि उसका इलाज यहां हो सके।”