डर्बीशायर के कप्तान गैरी विल्सन ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला लिया। हैंपशायर की तरफ से ऑपनिंग करने आए अफरीदी ने मैदान का एक कोना नहीं छोड़ा, जहां उनकी बाउंड्री नहीं गई हो।
पहले विकेट के लिए अफरीदी और केल्विन डिकिंसन ने 43 रन जोड़े। वहीं, दूसरे विकेट के लिए उन्होंने हैंपशायर के कप्तान जेम्स विंस के साथ दूसरे विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी कर टीम का मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
अफरीदी की ताबड़तोड़ पारी की बदौलत हैंपशायर ने 20 ऑवर में 8 विकेट खोकर 249 रन का स्कोर खड़ा कर दिया। वहीं, डर्बीशायर की पूरी टीम 19.5 ओवरों में 148 पर ही सिमट गई। पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी विश्व क्रिकेट में तोबड़तोड़ पारी खेलने के लिए जाने जाते हैं।
अफरीदी ने पहला अपना मैच 1996 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट में वे 37 गेंदों में शतक जमा चुके हैं। अफरीदी भारत में भी काफी प्रसिद्ध हैं। हाल ही में अफरीदी के संन्यास के समय
विराट कोहली ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों के आॅटोग्राफ की गई जर्सी भेंट की थी। इसके बाद भी विराट कोहली ने शाहिद अफरीदी की फाउंडेशन के लिए अपना बल्ला भी दान किया था। जिससे उनके बल्ले की बोली लग सके और उससे मिली रकम को फाउंडेशन अच्छे काम के लिए इस्तेमाल कर सके।
शाहिद अफरीदी 2011 विश्व कप में पाकिस्तान टीम के कप्तान भी रहे थे। लेकिन सेमीफाइनल में मोहाली में भारत से मिली हार के बाद उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया था।