आमिर पर 2011 में फिक्सिंग के आरोप में पांच साल का बैन लगा था
सलमान बट्ट पर भी बैन लगा, पर वह पहले से ही फिक्सिंग में लिप्त थे
प्रतिबंध की अवधि खत्म होने पर आमिर फिर पाक क्रिकट टीम में शामिल
शाहिद अफरीदी से थप्पड़ खाने के बाद आमिर ने कबूली थी फिक्सिंग की बात
कराची। विश्व कप क्रिकेट 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट लेने वाले मोहम्मद आमिर पर 2011 में फिक्सिंग के आरोप में पांच साल का बैन लगा दिया गया था। पूर्व पाक ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने इस बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। रज्जाक का दावा है कि आमिर ने फिक्सिंग में भागीदारी की बात शाहिद अफरीदी से थप्पड़ खाने के बाद स्वीकार की थी।
सलमान बट्ट पहले से ही थे फिक्सिंग में लिप्त रज्जाक ने यह भी आरोप लगाया कि सलमान बट्ट को भले ही आमिर के साथ फिक्सिंग का दोषी करार दिया गया हो, लेकिन वह असल में काफी पहले से फिक्सिंग में लिप्त थे। वह जानबूझकर डॉट गेंदे खेला करते थे और साथी खिलाड़ियों को स्ट्राइक नहीं देते थे। टी-20 मैचों में भी वह जानबूझकर गेंदे खराब करते थे। रज्जाक ने यह भी कहा कि देश को मिली बदनामी के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) जिम्मेदार था।
आमिर ने कैसे कबूली फिक्सिंग में भागीदारी रज्जाक ने एक टीवी चैनल को बताया कि वह और आमिर एक कमरे में मौजूद थे। तभी शाहिद अफरीदी वहां आए और उन्होंने मुझे कमरे से बाहर जाने को कहा। कुछ देर बाद मैंने कमरे में से चांटे की आवाज सुनी। उसके बाद ही आमिर ने मैच फिक्सिंग की सच्चाई बताई और अपनी भागीदारी स्वीकार की।
पीसीबी कैसे था बदनामी के लिए जिम्मेदार? स्पष्ट है कि बदनामी तो फिक्सिंग करने वाले खिलाड़ियों ने कराई थी, क्रिकेट बोर्ड कैसे इसके लिए जिम्मेदार हो गया? इस पर रज्जाक ने कहा कि पाक बोर्ड को आईसीसी के पास नहीं जाना चाहिए था। उसे दोषी पाक खिलाड़ियों को घर वापस भेजकर उन पर एक साल का प्रतिबंध लगा देना चाहिए था। आप को बता दें कि आईसीसी ने 2011 में सलमान बट्ट, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया था। तीनों खिलाड़ी प्रतिबंध की सजा भुगत चुके हैं। आमिर तो विश्व कप क्रिकेट 2019 में पाकिस्तान की तरफ से खेल भी रहे हैं।