उमेश यादव ने गिनाई एसजी की खामियां-
उमेश ने यहां राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन शुक्रवार को तीन विकेट अपने नाम किए। मैच के बाद उमेश ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “एसजी गेंद 20 ओवर के बाद काफी नरम पड़ जाती है जिससे बाद में आने वाले बल्लेबाजों को खेलने में परेशानी नहीं होती। निचले क्रम के बल्लेबाज जानते हैं कि न तो गेंद स्विंग करेगी और न ही इससे रिवर्स स्विंग होगी। आपको कुछ अलग होने का इंतजार करना पड़ता है और लगातार कोशिश करनी पड़ती है। लेकिन आप इतने बड़े मैदान पर ज्यादा कुछ नहीं कर सकते। यहां एक-दो रन आते रहते हैं।”
निचलेक्रम के बल्लेबाज इसी कारण बना रहे हैं रन-
उन्होंने कहा, “आप सिर्फ इतना कर सकते हैं कि एक ही स्थान पर गेंदबाजी करें लेकिन फिर आपको लगता है कि कुछ हो नहीं रहा है। गेंद भी स्विंग नहीं कर रही है। जब मध्यक्रम और निचले क्रम के बल्लेबाज आते हैं तो गेंद नरम हो जाती है। यह तेजी से नहीं आती इसी वजह से बल्लेबाजी आसान हो जाती है।” भारत-वेस्टइंडीज के बीच मुकाबले में भारत ने शुरूआती 5 विकेट मात्र 113 रन पर ले लिए थे पर निचले क्रम को हुई बल्लेबाजी में आसानी के कारण दिन के अंत पर वेस्टइंडीज का स्कोर 295 पर 7 विकेट रहा।
विराट ने भी उठाए थे सवाल-
विराट कोहली ने भारत में टेस्ट मैच में इस्तेमाल की जाने वाली एसजी गेंद की क्वालीटी पर निराशा जताई है और क्रिकेट में हर जगह ड्यूक गेंद के इस्तेमाल का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि एसजी गेंद जल्दी घिस जाती है जिससे खिलाड़ी के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ता है।
अश्विन भी जता चुके हैं निराशा-
एसजी गेंद भारत में टेस्ट मैच में इस्तेमाल की जाती है। वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी इस पर निराशा जताई थी। अश्विन ने राजकोट टेस्ट के बाद गेंद के बर्ताव को बहुत ही निराशाजनक बताया था।