बल्ले से लगातार खराब प्रदर्शन के कारण इस जबरदस्त बल्लेबाज की बल्लेबाजी औसत पिछले 8 साल में पहली बार 45 से नीचे आ गया है। भारत के खिलाफ 2006 में शतकीय पारी के साथ करियर की शुरुआत करने वाले कुक का औसत हमेशा अच्छा रहा है । 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 235 रनों की नाबाद पारी खेलने के बाद 45 से नीचे कभी नहीं गया था। भारत के खिलाफ सीरीज की बात करें तो कुक के बल्ले से चार टेस्ट की 8 पारी में 13,0,21,29,17,17 और 12 रन आए। और इन पारियों में उनका औसत 18.5 का रहा है।भारत के खिलाफ ही अपने करियर पहला और आखिरी मैच खेलने वाले कुक के पास एक सुनहरा मौका है । कुक ने अगर अपनी आखिरी पारी में शतक लगा दिया तो वो ऐसा करने वाले दुनिया के पांचवे खिलाड़ी बन जाएंगे।
एलिस्टर कुक के संन्यास के साथ ही अब यह बात तो साफ हो गई कि टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को टूटने में अभी भी काफी समय लगेगा। बता दें कि कुक इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ने के मामले में कुक ही एक मात्र मौजूदा खिलाड़ी हैं जो सचिन के रिकॉर्ड के आस पास हैं । वैसे कुक के पास मौका है वो अपने आखिरी टेस्ट मैच में शतक लगा कर भारत के खिलाफ अपने आखिरी मैच में शतक लगाने वाले केवल दूसरे बल्लेबाज बन जाएंगे । आपको बता दें उनसे पहले यह रिकॉर्ड केवल साउथ अफ्रीका के जैक कालिस के नाम है उन्होंने 2013 में भारत के खिलाफ अपने आखिरी टेस्ट में 115 रनों की पारी खेली थी । वैसे अपने पहले मैच में भारत के खिलाफ शतक लगाने वाले कुक अपने आखिरी टेस्ट में शतक लगाते ही एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे । दुनिया के केवल चार बल्लेबाजों ने ही अब तक अपने पहले और आखिरी टेस्ट में शतक लगाया है ।भारत के मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी यह कारनाम अपने नाम किया है । उन्होंने अपने पहले और आखिरी टेस्ट में शतक लगाया था ।