दरअसल हुआ ये कि बेंगलुरु में खेल गए चौथे वनडे में ऑस्ट्रेलियाई पारी के 45वें ओवर में मोहम्मद शमी द्वारा डाली गेंद ट्रेविस हेड के घुटने पर जाकर लगी। टीम इंडिया ने LBW की जोरदार अपील की। हालांकि, गेंद थर्डमैन की दिशा में गई। कंगारू बल्लेबाजों ने तेजी से दो रन दौड़ लिए।
थर्डमैन पर मुस्तैद अक्षर पटेल गेंद पकड़ने के लिए धीरे आए, जिससे धोनी काफी निराश हुए। उन्होंने गेंद पकड़ने के बाद अक्षर को गुस्से में देखा और तेजी से बॉल पर आने का इशारा किया। धोनी के साथ-साथ कप्तान विराट कोहली भी काफी गुस्से में नजर आए। आमतौर पर धोनी को मैदान पर गुस्सा जाहिर करते नहीं देखा जाता लेकिन अक्षर पटेल को चौथे वनडे में धोनी के गुस्से वाले लुक का शिकार होना पड़ा।
इससे पहले चन्नई वनडे के दौरान भी धोनी रन आउट होने से बचने पर केदार जाधव पर भड़क गए थे। 22वें ओवर में मार्कस स्टोइनिस ने धोनी को गेंद डाली। उन्होंने उसे कवर्स और पॉइंट की दिशा में खेल दिया और तुरंत रन लेने के लिए दौड़े। इस मैच से डेब्यू कर चुके हिल्टन कार्टराइट ने गेंद पकड़कर स्टंप्स की ओर फेंक दी। उस वक्त धोनी आधी क्रीज तक आ चुके थे, लेकिन जाधव ने उन्हें मना कर दिया। धोनी को तुरंत लौटना पड़ा। कार्टराइट ने जो गेंद फेंकी थी, अगर वह स्टंप्स पर लग जाती तो धोनी का रन आउट होना पक्का था। इस ओवर थ्रो के जरिए धोनी ने सिंगल पूरा किया,लेकिन जब वह दूसरी साइड पहुंचे थे तो उन्होंने केदार जाधव को घूरकर देखा और फिर अपना सिर हिलाया। इससे साफ पता चल रहा था कि धोनी केदार जाधव के रवैये के खुश नहीं थे।