खिलाड़ियों को दिया था ये सन्देश
साल 2004 में पांच वनडे और तीन टेस्ट मैचों की ऐतिहासिक सीरीज खेलने पाकिस्तान जा रही सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय टीम को अटल बिहारी वाजपेयी ने बुलाया था और उन्हें एक बल्ला दिया जिस पर कुछ ऐसा लिखा था। जिसे आज भी न सिर्फ प्लेयर्स, बल्कि लोग भी दोहराते हुए मिल ही जाएंगे। अटल द्वारा भारतीय टीम को दिए गए बल्ले में लिखा था खेल ही नहीं, दिल भी जीतिए, शुभकामनाएं। इस सीरीज में भारत ने वीरेन्द्र सहवाग के शानदार प्रदर्शन की मदद से 3-2 से वनडे और 2-1 से टेस्ट में कब्ज़ा जमाया था। इस सीरीज में सहवाग ने 438 रन ठोके थे वहीं कुंबले ने 15 विकेट चटकाए थे। इसी सीरीज में सहवाग ने मुल्तान टेस्ट में 309 रन ठोके थे जिसके बाद उन्हें मुल्तान का सुल्तान कहा जाता है। वहीं वनडे सीरीज में मेजबान पाकिस्तान के कप्तान इंजमाम उल हक ने सर्वाधिक 340 रन बनाए थे। वहीं पाकिस्तानी गेंदबाज मोहम्मद सामी ने सबसे ज्यादा 11 विकेट झटके थे। भारत की ओर से सर्वाधिक रन उपकप्तान राहुल द्रविड़ ने 248 और सबसे ज्यादा विकेट इरफान पठान ने 8 विकेट लिए थे।
अटल की हालत बिगड़ी
93 वर्षीय पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी बीते 11 जून से अस्पताल में भर्ती हैं। वाजपेयी एम्स के कार्डियो थोरेसिक सेंटर के गहन चिकित्सा कक्ष में हैं। जानकारी के मुताबिक एम्स में भर्ती अटल बिहारी वाजपेयी की हालत पिछले 24 घंटे में ज्यादा बिगड़ गई। उनके यूरिन, सीने और किडनी में इंफेक्शन बढ़ गया है। डॉक्टरों का पैनल उनकी निगरानी कर रहा है। इससे पहले भी पीएम मोदी ने 29 जून को एम्स पहुंचकर वाजपेयी की सेहत का जायजा लिया था। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत कई हस्तियों ने एम्स जाकर वाजपेयी की सेहत का हाल जाना था।