शाकिब ने स्वीकार किया प्रतिबंध
अपने प्रतिबंध पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए शाकिब अल हसन ने कहा कि वह जिस खेल से प्यार करते हैं, उससे प्रतिबंधित किए जाने से बहुत दुखी हैं। लेकिन वह इस बात को स्वीकार करते हैं कि उन्होंने जानकारी छिपा की गलती की है। उन्होंने कहा कि आईसीसी और उसकी भ्रष्टाचार निरोधी ईकाई एसीयू के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में खिलाड़ियों को मुख्य भूमिका निभाने के लिए तैयार रहना चाहिए, जबकि उन्होंने अपना कर्तव्य नहीं निभाया।
नहीं आ पाएंगे भारत दौरे पर
शाकिब पर यह प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। इस कारण अब वह भारत दौरे पर नहीं आ पाएंगे। इसके संकेत पहले से ही मिल गए थे। भारत दौरे के लिए बांग्लादेश टीम की घोषणा होने के बाद से वह टीम के साथ अभ्यास सत्र में भाग नहीं ले रहे थे। आईसीसी ने बीसीबी को निर्देश दिया था कि उसके कोई फैसला लेने तक टीम के अभ्यास सत्र स शाकिब को दूर रखे।
बीसीबी के शर्तों का उल्लंघन कर पहले से थे मुश्किल में
शाकिब अल हसन के लिए यह दोहरा झटका है। वह पहले ही बीसीबी के शर्तों का उल्लंघन कर परेशानी में थे। वह हाल ही में बतौर एंबेस्डर एक ग्रामीणफोन कंपनी से जुड़े थे, जबकि बीसीबी के शर्तों के मुताबिक राष्ट्रीय अनुबंध के तहत आने वाला कोई भी क्रिकेटर टेलीकॉम कंपनी से नहीं जुड़ सकता। इसके लिए बीसीबी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
बता दें कि हाल ही में शाकिब के अगुआई में बांग्लादेश के खिलाड़ी बीसीबी के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गए थे। हालांकि बीसीबी की ओर से सारी शर्ते माने जाने के बाद खिलाड़ियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी थी और भारत दौरे के लिए राजी हो गए थे।