scriptटेस्ट क्रिकेट इतिहास में भारत के लिए सबसे बड़ी साझेदारी करने वाले इस खिलाड़ी का होगा मरणोपरांत सम्मान | Patrika News

टेस्ट क्रिकेट इतिहास में भारत के लिए सबसे बड़ी साझेदारी करने वाले इस खिलाड़ी का होगा मरणोपरांत सम्मान

locationनई दिल्लीPublished: Apr 30, 2018 02:30:24 pm

Submitted by:

Akashdeep Singh

BCCI ने सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के लिए पंकज रॉय और अंशुमान गायकवाड़ के नामों की घोषणा की है।

 CK Nayudu Lifetime Achievement Awardee pankaj roy on right

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने क्रमशः 2016-17 और 2017-18 के लिए प्रतिष्ठित सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के साथ पंकज रॉय और अंशुमान गायकवाड़ के शानदार प्रयासों को सम्मानित किया है। 2001 में 72 साल की उम्र में रॉय की मृत्यु हो गई थी, इस कारण उनका सम्मान मरणोपरांत किया जा रहा है। प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना इडुल्जी ने सम्मान ले से मना किया अब उनकी जगह सुधा शाह को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।यह पुरस्कार समारोह BCCI द्वारा जून में भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच से पहले होगा।


मरणोपरांत मिलेगा रॉय को सम्मान
1956 में, सलामी बल्लेबाज रॉय और विनो मांकड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए 413 रन जोड़े थे। टेस्ट क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए साझेदारी भारत की सबसे ज्यादा है। दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ और नील मैकेंजी के बांग्लादेश के खिलाफ फरवरी, 2008 में चिट्टागोंग मैदान पर पहले विकेट के लिए 415 रनों की साझेदारी से पहले यह पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी थी।


गायकवाड़ का भी होगा सम्मान
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज व चयनकर्ता गायकवाड़, जोकि 1999 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच भी थे, उन्होंने सन 1974 से 1985 तक 40 टेस्ट मैचों में 1974 रन बनाए। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1983 में जालंधर के मैदान पर 201 रन की पारी खेली थी।


इडुल्जी ने सम्मान लेने से किया मना
प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना इडुल्जी ने फैसला किया है कि वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा दिए जाने वाले कर्नल सी.के. नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड नहीं लेंगी। बीसीसीआई ने शनिवार को ही एक बयान जारी इस पुरस्कार के लिए डायना के नाम की सिफारिश की थी। इसके कुछ ही घंटों बाद इडुल्जी ने पुरस्कार न लेने का फैसला किया। एक बयान में उन्होंने कहा, “मुझे पता चला है कि बीसीसीआई की समिति (जिसमें बीसीसीआई के अधिकारी और पत्रकार एन. राम शामिल हैं) ने मुझे इस पुरस्कार के लिए नामित किया है। मैं यह बात साफ कर दूं कि न ही मैं और न ही सीओए का कोई सदस्य इस समिति का हिस्सा है।”

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो