चयनकर्ताओं ने वर्ल्ड कप के लिए जो टीम चुनी है, उसमें तीन बड़ी खामियां हैं, जो इंग्लैंड में भारतीय टीम पर भारी पड़ सकती हैं। भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी भी ज्यादातर इस टीम से नाखुश दिखे हैं।
ये हैं वो तीन गलतियां जो टीम इंडिया के चयन के दौरान हुईं
सिर्फ 3 गेंदबाजों को वर्ल्ड के लिए भेजना
– भारतीय टीम के चयन में जो सबसे बड़ी गलती चयनकर्ताओं के द्वारा हुई है, वो है सिर्फ तीन तेज गेंदबाज चुनना। बाकि टीमों को अगर देखा जाए तो सभी ने 4 से 5 तेज गेंदबाजों को अपनी टीम में रखा है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने अपनी टीम में 4 से 5 तेज गेंदबाजों को रखा है। तीन गेंदबाज ले जाना इसलिए भी बड़ी गलती है कि अगर कोई गेंदबाज चोटिल हो जाता है तो ऐसे में भारतीय टीम मुश्किल में आ जाएगी। विश्वकप जैसे टूर्नामेंट में 4 तेज गेंदबाजों के साथ न उतरना घातक हो सकता है। वह भी तब अगर एक गेंदबाज घायल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो जाए।
दिनेश कार्तिक को तरजीह देना
– चयनकर्ताओं के इस फैसले पर ज्यादा सवाल उठाए नहीं जा सकते, क्योंकी दिनेश कार्तिक का अनुभव भारतीय के काम आएगा तो वहीं ऋषभ पंत मौकों को भुनाने में नाकामयाब रहे। सवाल खड़ा ये होता है कि चयनकर्ताओं की तरफ से ऋषभ पंत को लगातार मौके दिए जा रहे थे, जब ऋषभ प्राथमिकात थी तो दिनेश कार्तिक का चयन क्यों?
पंत की कीपिंग में खामी जरूर देखने को मिली थी लेकिन उनके होने से एक बाएं हाथ का बल्लेबाज टीम को मिल जाता। इस से टीम में विविधता आती।
तीन ऑलराउंडर का चयन
– वर्ल्ड कप टीम में चयनकर्ताओं ने एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन ऑलराउंडर का चयन किया है। हालांकि विजय शंकर को टीम में एक बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया गया है। वहीं रविंद्र जड़ेजा और हार्दिक पांड्या दोनों ऑलराउंडर की भूमिका में रहेंगे। विजय शंकर या केएल राहुल
को टीम चार नंबर पर खिलाएगी। इससे बेहतर होता कि नंबर चार पर टीम को मजबूती देने वाला बल्लेबाज खिलाया जाता। नंबर चार के लिए अंबाती रायडू एक बेहतर विकल्प होते।
वर्ल्ड कप का आगाज 30 से इंग्लैंड और वेल्स में हो रहा है। भारत का पहला मुकाबला 5 जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होगा