बीसीसीआई की मानें तो उन्हें उम्मीद है कि अप्रैल के अंत तक कोरोना वायरस की स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी। इसके बाद मई के पहले हफ्ते में आईपीएल शुरू किया जा सकता है। एक बीसीसीआइ के अधिकारी ने बताया कि मौजूदा हालात में आईपीएल के बारे में सोचना भी काफी मुश्किल है, लेकिन उम्मीद बंध रही है। ऐसी स्थिति बन रही है कि एक दिन में दो मैच कराकर बोर्ड आईपीएल करा सकता है। बोर्ड ने 2009 के आम चुनाव के वक्त जब आईपीएल का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में किया गया था। उन्होंने आगे कहा कि लेकिन इस स्थिति के लिए भी आईपीएल का पहला मैच मई की शुरुआत में होना चाहिए।
मई के पहले सप्ताह तक नहीं शुरू हो पाया तो फिर मुश्किल होगी
बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि फिलहाल तो अप्रैल के अंत तक हमें इंतजार करना होगा। इसके बाद यह देखना होगा कि मई के पहले सप्ताह में कोई मैच खेला जा सकता है या नहीं। अगर मई के पहले सप्ताह में मैच संभव नहीं हो पाता तो आईपीएल का आयोजन असंभव हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि दक्षिण अफ्रीका में खेले गए 2009 के सीजन से प्रेरणा ले सकते हैं। अगर आपको याद हो तो वह संस्करण सबसे कम अवधि का था। इस सीजन में 37 दिनों में 59 मैच खेले गए थे। ऐसा ही इस बार किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ उपाय जरूर करने होंगे।
वह क्या उपाय होंगे यह पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि इन हालात में पूरे देश की यात्रा करना मुमकिन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर हमें अनुमति मिलती है तो हम महाराष्ट्र जैसी जगह पर आईपीएल करा सकते हैं। वहां मुंबई में तीन स्टेडियम और पास के ही शहर पुणे में एक स्टेडियम है। उन्होंने कहा कि ऐसा सुनिश्चित हो जाने पर उन्हें यकीन है कि टीमों को न सिर्फ खेलने के लिए नया विकेट मिलेगा, बल्कि उन्हें यात्रा भी न के बराबर करनी होगी। हालांकि इसके लिए सरकार को टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए माहौल सही करना होगा, क्योंकि जनता और खिलाड़ियों की सुरक्षा बीसीसीआई की पहली प्राथमिकता है। इसकी बात हम पहले दिन से कर रहे हैं।