इस समय कराने की है योजना
बीसीसीआई अधिकारी के अनुसार, उसने इस बात का विकल्प खुला रखा है कि अगस्त के अंत से लेकर अक्टूबर की शुरुआत तक के समय में इस टूर्नामेंट को आयोजित कराने के लिए विंडो तलाशा जाए। लेकिन इसके लिए सबसे बड़ी बाधा कोरोना वायरस ही है। अगस्त अंत से अक्टूबर की शुरुआत के बीच इस टूर्नामेंट को कराने के लिए यह जरूरी होगा कि अगले चार महीनों में भारत से कोविड-19 पूरी तरह खत्म हो जाए।
बीसीसीआई अधिकारी के अनुसार, यह इस पर निर्भर करता है कि आगामी समय में चीजें किस तरह से आगे बढ़ती हैं। आईपीएल आयोजन टीम ने अभी अपने सारे विकल्प खुले रखे हैं। इनमें से एक विकल्प यह भी है कि अगर विदेशी खिलाड़ियों का आना संभव नहीं हो पाता है तो उनके बिना ही यह टूर्नामेंट आयोजित करा लिया जाए। बता दें कि आईपीएल बीसीसीआई के लिए राजस्व अर्जित करने का एक बड़ा साधन है। इस लिहाज से भी बीसीसीआई के लिए यह अहम टूर्नामेंट है।
अगस्त-सितंबर में यह है अड़चने
फिलहाल तय कार्यक्रम के हिसाब से टीम इंडिया को सितंबर में एशिया कप में हिस्सा लेना है। इसके अलावा तीन वनडे व तीन टी-20 मैचों के लिए इंग्लैंड की मेजबानी भी करनी है। इसके बाद अक्टूबर से टी-20 विश्व कप होना है। इतना ही नहीं, भारतीय टीम को तीन वनडे के लिए जिम्बाब्वे दौरा भी रीशेड्यूल करना है। वहीं इस समय इंग्लैंड की टीम दो सितंबर तक पाकिस्तान की मेजबानी कर रही होगी। इसके बाद आयरलैंड की टीम 15 सितंबर तक इंग्लैंड में रहेगी। वहीं दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच अगस्त में चलने वाला सीरीज 16 को खत्म होगा। हालांकि इन दो महीनों में ऑस्ट्रेलिया टीम का कोई सीरीज नहीं है।
इस समय आईपीएल को कराने में मौसम भी बड़ी बाधा बनेगी। मान लिया कि बीसीसीआई ने 30-40 दिन का समय निकाल लिया तब भी इस मौसम में मॉनसून अपने शबाब पर होता है। बारिश के कारण कई मैच प्रभावित होने की उम्मीद बनी रहेगी। ऐसे में उन शहरों का चुनाव करना होगा, जो इस समय मॉनसून से कम प्रभावित होते हैं। इतना ही नहीं इसके लिए बीसीसीआई को एशियन क्रिकेट काउंसिल को भी इस बात के लिए मनाना होगा कि वह एशिया कप का शेड्यूल बदले।