बीसीसीआइ का कहना है कि वो नहीं चाहता की कोविड-19 महामारी का असर क्रिकेटरों की कमाई पर हो। इस महामारी के कारण देश में लॉकडाउन है और उसे काफी वित्तीय नुकसान होगा। इसके बावजूद एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि बोर्ड किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। केंद्रीय अनुबंध वाले सभी खिलाड़ियों को तीन महीने का वेतन दे दिया गया है और इस बीच खेले गए सभी मैचों की बकाया राशि का भी भुगतान कर दिया गया है।
बता दें कि जहां बीसीसीआई ने अपने क्रिकेटरों के वेतन का भुगतान कर दिया, वहीं इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड की ओर से कहा जा रहा है कि खिलाड़ियों के वेतन में कटौती की जा सकती है। इन दोनों देशों के क्रिकेटर भी इसके लिए तैयार हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने तो अपने सेंट्रल अनुबंध की घोषणा को होल्ड पर रख दिया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बोर्ड अधिकारी ने कहा कि हर तरफ सैलरी में कटौती की बात चल रही है, लेकिन उन्हें लगता है कि बीसीसीआइ अपने खिलाड़ियों का ध्यान रखने में सक्षम है। बोर्ड के साथ अनुबंधित क्रिेकेटर चाहे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हों या फिर घरेलू स्तर पर, किसी को कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि यह बोर्ड की आर्थिक स्थिरता का बड़ा टेस्ट है।
बता दें कि इस महामारी चपेट में अब तक दुनिया भर के 16 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं, जबकि 95 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।