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बर्थ डे स्पेशल: वाचमैन पिता के सपने को साकार करने वाले रविंद्र जडेजा के संघर्ष की दास्तान

locationनई दिल्लीPublished: Dec 06, 2017 03:28:06 pm

Submitted by:

Prabhanshu Ranjan

रविंद्र जडेजा आज अपना 29वां जन्मदिन मना रहे हैं। आईए जानते हैं उनके संघर्ष से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां…

ravindra jadeja

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम में कई ऐेसे खिलाड़ी भी हैं, जो बहुत मामूली परिवार से ताल्लूक रखते है। भले ही आज ये स्टार करोड़ो के मालिक हो, लेकिन जब उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तब उनकी परिवार की स्थिती काफी कमजोर थी। टीम इंडिया के ऐसे ही एक स्टार रविंद्र जेडजा आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 6 दिसंबर 1988 को जन्में जडेजा आज अपना 29वां जन्मदिन मना रहे हैं। जडेजा ने अपने इस मुकाम को पाने के लिए काफी संघर्ष किया है। जड़ेजा एक मामूली घर से थे, रविन्द्र जडेजा के पिता एक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड में एक वाचमैन का काम करते थे। नवागम (खेड़) सौराष्ट में जडेजा का परिवार अपनी सीमित आय के बीच गुजर-बसर कर रहा था।

ravindra jadega

पिता की चाहत
जडेजा के परिवार की आय कुछ खास नहीं थी। शुरुआत में जडेजा के पिता अपने बेटे को सेना शामिल करवाना चाहते थे। लेकिन रविंद्र पर क्रिकेट का भूत सवार था। गली-मौहल्लों में क्रिकेट खेलते-खेलते जडेजा नाम कमाना शुरू कर चुके थे। बेटे को मिल रही कामयाबी के बाद पिता ने कम आय के बाद भी जडेजा के सपने को पूरा करने के लिए मदद की।

मां की मौत के बाद टूट गए थे जडेजा
सीमित हैसियत के बाद भी जडेजा अपने सपने के लिए आगे बढ़ रहे थे। जडेजा में क्रिकेट के प्रति काफी जुनून था। लेकिन इसके बाद भी साल 2005 में जडेजा को एक बड़ा झटका लगा। उनकी मां लता की एक दुर्घटना में मौत हो गई। जिसके बाद निराश रविंद्र क्रिकेट छोड़ने पर विचार करने लगे थे। हालांकि बाद में उन्होंने परिवार और दोस्तों के समझाने के बाद जडेजा ने फिर से क्रिकेट खेलना शुरू किया। साथ ही शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की ओर से खेलने का गौरव हासिल कर लिया।

अंडर 19 वर्ल्ड कप से मिली पहचान
रविंद्र को साल 2008 में हुए अंडर 19 वर्ल्ड कप से पहचान मिली। भारत इस टूनामेंट की चैंपियन बनी थी। विराट कोहली तब भारत के कप्तान थे। जडेजा 2008 में अंडर-19 विश्वकप टीम में उपकप्तान थे। इस टूर्नामेंट में रविंद्र के बेहतर ऑल रांउडर की भूमिका निभाई थी। वे गेंदबाजी के साथ-साथ लंबे शॉट लगाने में भी माहिर हैं। इस टूर्नामेंट से मिली पहचान के बाद जडेजा आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स और बाद में चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़ें। यह प्लेटफार्म उनके करियर के लिहाज से काफी अच्छा रहा। यहां बेहतर प्रदर्शन कर उनकी इंट्री टीम इंडिया में हुई।

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ये है जडेजा में खास
अपने स्पिन गेदबाजी के दम पर बल्लेबाजो को पवेलियन का रास्ता दिखाने वाले भारत के खब्बू आलराउंडर सर रविन्द्र जड़ेजा आज भारतीय क्रिकेट टीम का एक अहम हिस्सा है। रविन्द्र जड़ेजा भारतीय टीम के तेजी से उभरते हुए आलराउंडर हैं। अपनी गेदबाजी के दम पर और किफायती बैटिंग के द्वारा जडेजा ने कई बार टीम इंडिया को अकेले दम पर जीत दिलाई है।

आईपीएल में जडेजा
जड़ेजा को 2008 में आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल में चुना गया और जडेजा ने राजस्थान रॉयल की तरफ से काफी शानदार खेल दिखाया। टीम के कप्तान शेन वार्न ने उनकी काफी तारीफ की और इन्होने अपनी टीम को फाइनल जिताने में अहम भूमिका निभाई। उसके बाद रविन्द्र ने कोच्चि (केरल) और बाद में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से भी आईपीएल खेला. वर्तमान में वे गुजरात लायंस टीम के साथ है।

जडेजा का करियर ग्राफ
जडेजा ने अबतक 35 टेस्ट में 165 विकेट लेने के साथ 1176 रन भी बना चुके है। वहीं एकदिवसीय में 136 मैचों से 155 विकेट के साथ-साथ 1914 रन जडेजा के बल्ले से निकली है। वो टी-20 में 40 मैचों में 166 रन और 31 विकेट ले चुके हैं।

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