मीडिया की देन है कोहली की आक्रमकता –
बेदी ने हालांकि कहा कि विराट की मौजूदा आक्रामकता मीडिया की देन है। उनके मुताबिक विराट इसका आनंद ले रहें हैं क्योंकि मीडिया इसका आनंद ले रहा है। उन्होंने कहा, “विराट की आक्रामकता मीडिया की देन है। वह इसका आनंद ले रहें हैं क्योंकि मीडिया इसका आनंद ले रहा है लेकिन मीडिया कभी भी पैंतरा बदल सकती है। विराट से ऐसा नहीं किया जाएगा।
पटौदी से तुलना पर ये कहा –
विराट की कप्तानी में पिछले कुछ वर्षो में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। उनकी कप्तानी में टीम एक इकाई की तरह खेल रही है और एक आकर्षक खिलाड़ी के रूप में उनकी तुलना पूर्व कप्तान मंसूर अली खान ‘टाइगर’ पटौदी से भी की जाती है। इस पर बेदी ने कहा कि पटौदी एक आकर्षक खिलाड़ी थे। वह काफी आक्रामक भी थे लेकिन वह मैदान में उछल-कूदकर आक्रामकता नहीं दिखाते थे, जैसा विराट करते हैं। वह एक सज्जन व्यक्ति की तरह बर्ताव करते थे। उन्होंने कभी मैदान पर अपशब्द का उपयोग नहीं किया। वह शांत रहकर बल्ले एवं गेंद से आक्रामकता दिखाते थे।
सबसे बेहतरीन कप्तान बन सकते हैं –
बेदी ने आगे कहा कि विराट एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें अपशब्द कहने और उछल-कूद करने की बजाया बल्ले एवं गेंद से आक्रामकता दिखानी चाहिए। यह सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। आखिरकार विराट एक पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं। अपनी फिरकी के दम पर दुनिया के शीर्ष बल्लेबजों को पेरशान करने वाले बेदी ने यह भी माना की विराट में भारत का सबसे बेहतरीन कप्तान बनने की क्षमता है।