स्वागत योग्य है यह अनचाहा विश्राम
टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण टीम इंडिया को मिला विश्राम ‘स्वागत योग्य’ है, खासकर उस टीम के लिए जिसने पिछले साल मई में शुरू हुए विश्व कप से लेकर दक्षिण अफ्रीका सीरीज रद्द होने के पहले तक महज 10-11 दिन घर पर बिताए थे। शास्त्री ने कहा कि वह और सहयोगी स्टाफ के कुछ सदस्य इंग्लैंड में विश्व कप के लिए 23 मई को निकले थे और तब से दक्षिण अफ्रीका का दौरा रद्द होने तक सिर्फ 10-11 दिन ही अपने घर पर रुक सके।
रवि शास्त्री ने कहा कि टीम इंडिया के लिए यह ब्रेक बुरा नहीं है। उन्होंने कहा कि कीवी दौरे के आखिर में खिलाड़ियों पर थकान हावी होने लगी थी. शारीरिक और मानसिक थकान के साथ चोटें भी। शास्त्री स्पोर्ट्स पॉडकास्ट पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आर्थटन, नासिर हुसैन और रॉब की से बात करते हुए कही। शास्त्री ने कहा कि इस समय का इस्तेमाल क्रिकेटर खुद को तरोताजा रखने के लिए कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीने में हमने काफी क्रिकेट खेली है। इसकी थकान अब दिखने लगी थी। उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ी तो क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खेल रहे हैं। आप समझ सकते हैं कि वह कितने थके होंगे। टेस्ट से टी-20 क्रिकेट के अनुकूल खुद को ढालना और इतनी यात्रा करना आसान नहीं होता।
लॉकडाउन पर बोले, अनुमान हो गया था
शास्त्री ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज रद्द होने के बाद उनके खिलाड़ियों को अनुमान हो गया था कि ऐसा कुछ हो सकता है। उन्होंने कहा कि महामारी उसी समय फैलना शुरू हुई थी। दूसरा वनडे रद्द होने के बाद हम समझ गए कि लॉकडाउन जरूरी है।
शास्त्री बोले, शुक्र है कि हम सही समय पर कीवी दौरा पूरा कर लौट आए। जब हम वहां थे, तब तक न्यूजीलैंड में दो ही मामले सामने आए थे। अब वहां 300 से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। शास्त्री ने बताया कि जब वह लौटे, तब हवाई अड्डे पर स्क्रीनिंग और जांच का पहला दिन था। ऐसे समय में हम सब का फर्ज है कि लोगों को जागरूक बनाएं। उन्होंने कहा कि इस समय दिमाग में क्रिकेट होना भी नहीं चाहिए। विराट ने संदेश दिया है, दूसरे भी दे रहे हैं. उन्हें पता है कि मामला गंभीर है और अभी क्रिकेट जरूरी नहीं है।