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भारतीय महिला टीम की गेंदबाजी को खतरनाक बनाने का श्रेय नरेंद्र हिरवानी को जाता है, जानें कैसे

locationनई दिल्लीPublished: Feb 29, 2020 05:19:04 pm

श्रीलंका के खिलाफ विजयी प्रदर्शन करने वाली स्पिनर Radha Yadav ने अपनी खतरनाक गेंदबाजी का श्रेय नरेंद्र हिरवानी को दिया।

Narendra Hirwani

Narendra Hirwani

मेलबर्न : आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप (ICC women T20 World Cup) में भारतीय स्पिन गेंदबाजों का जादू विपक्षी टीम के सिर चढ़कर बोल रहा है। ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ पूनम यादव ने करिश्माई गेंदबाज की तो वहीं श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच में भारत की जीत में सबसे बड़ी भूमिका स्पिनर राधा यादव (Radha Yadav) ने निभाई। इस मैच में उन्होंने चार ओवर के अपने कोटे में 23 रन देकर चार विकेट लिए। यह उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। उनके इस करिश्माई गेंदबाजी का ही नतीजा था कि भारत ने श्रीलंका को नौ विकेट के नुकसान पर 113 रनों पर रोक दिया था। इसके बाद शेफाली वर्मा की विस्फोटक 47 रनों की पारी की बदौलत इस लक्ष्य को तीन विकेट खोकर 14.4 ओवरों में हासिल कर लिया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला। राधा ने अपने शानदार प्रदर्शन का श्रेय महिला टीम के स्पिन सलाहकार कोच नरेंद्र हिरवानी (Narendra Hirwani) को दिया।

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पहले दो मैच में नहीं मिला था राधा को मौका

राधा यादव को पहले दो मैच में मौका नहीं मिला था। उन्हें विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम में शामिल किया गया था। इस मैच में उन्होंने किफायती गेंदबाजी करते हुए एक विकेट अपने नाम किया था। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ दूसरे मैच में तो कमाल ही कर दिया। श्रीलंका पर जीत के बाद राधा ने कहा था कि वह जानती थीं कि अगर उन्हें मौका मिला तो वह अपनी टीम को जीत दिलाने में काफी मदद कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि जब आप अपनी टीम के लिए अच्छा करते हैं तो राहत महूसस होती है। राधा ने कहा कि उन्होंने पिछले दो सप्ताह कड़ी मेहनत की है और वह इस बात से बेहद खुश हैं कि उनकी मेहनत रंग लाई।

जुलाई में 2019 में हिरवानी को बनाया गया था स्पिन सलाहकार

टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर की मांग पर नरेंद्र हिरवानी को 2019 जुलाई में टीम इंडिया का कोच बनाया गया था। वह पहली बार भारतीय महिला टीम के साथ नवंबर 2019 में विंडीज पर गए थे। इसके बाद से वह हर दौरे पर टीम इंडिया के साथ हैं। राधा यादव ने कहा कि इस दौरान हिरवानी ने उनकी गेंदबाजी पर काफी मेहनत की है। राधा ने कहा कि उनका दिमाग इधर-उधर घूमने लगता था। वह ज्यादा सोचने लगती हैं, खासकर अपने एक्शन और गेंदों को लेकर। हिरवानी ने इस बात को पढ़कर दिमाग को स्वतंत्र रखने में उनकी काफी मदद की है।

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कौन हैं नरेंद्र हिरवानी

नरेंद्र हिरवानी को अपने समय का सबसे प्रतिभाशाली लेग स्पिनर माना जाता था। उन्होंने 1988 में विंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ही ऐसा करिश्मा किया, जो विश्व क्रिकेट में इतिहास है। उन्होंने विंडीज की दोनों पारियों में आठ-आठ विकेट लिए थे। ऐसा आज तक कोई भी खिलाड़ी अपने डेब्यू मैच में नहीं कर पाया है। बाद में उनकी लय बिगड़ गई और वह अपने इस प्रदर्शन को ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रख पाए और जल्द ही टीम इंडिया से बाहर हो गए। हिरवानी ने भारत की तरफ से कुल 17 टेस्ट और 18 एकदिवसीय मैच खेले हैं। इनमें क्रमश: 66 और 23 विकेट लिए हैं।

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