मनी ने कहा कि सीए के चेयरमैन इर्ल एडिंग और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केविन रोबटर्स 16-18 सितंबर तक पाक दौरे पर रहेंगे। इसके अलावा ईसीबी के सीईओ और निदेशक टॉम हैरिसन अक्टूबर में पाकिस्तान का दौरा करेंगे और यहां के सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे।
सीए और ईसीबी के इस फैसले को भारत के खिलाफ रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। हम सभी जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ( बीसीसीआई ) के लगातार बढ़ते कद से सीए और ईसीबी जलन में है। यही वजह है कि भारत को नीचा दिखाने के लिए ये दोनों बोर्ड पाकिस्तान में क्रिकेट को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं।
वैसे पीसीबी पाकिस्तान में फिर से अंतर्राष्ट्रीय टीमों की मेजबानी करने के लिए प्रयत्नशील है। इसी कड़ी में श्रीलंका ने पिछले सप्ताह ही घोषणा की थी कि उनकी टीम सितंबर में पाकिस्तान का दौरा करेगी। इस दौरे के तहत दोनों टीमें तीन वनडे और तीन टी-20 मुकाबले खेलेंगी।
श्रीलंका के खेल मंत्री हारिन फर्नांडो ने बताया था कि उनकी टीम पाकिस्तान की मेजबानी में सीमित ओवर की सीरीज खेलने को तैयार है।
साल 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से ही किसी विदेशी टीम ने पाकिस्तान का पूर्णकालिक दौरा नहीं किया है।
पिछले दिनों श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के एक सुरक्षा प्रतिनिधिमंडल ने लाहौर और कराची का दौरा किया था। इस प्रतिनिधिमंडल की ओर से हरी झंडी दिखाए जाने के बाद ही श्रीलंका किकेट बोर्ड ने पाकिस्तान का दौरा करने की हामी भरी है।