इस जीत के साथ ही विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली है। यह जीत टीम इंडिया के लिए इस लिहाज से भी खास बन जाती है क्योंकि उसे इस जीत से महत्वपूर्ण 40 अंक मिले। टेस्ट चैम्पियनशिप में अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम की स्थिति सबसे मजबूत है।
भारत ने साउथ अफ्रीका के सामने जीतने के लिए 395 रनों का लक्ष्य रखा था। भारतीय गेंदबाजों में मोहम्मद शमी ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट हासिल किए। इसके अलावा ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा चार विकेट लेने में कामयाब रहे। एक विकेट रविचंद्रन अश्विन के खाते में आया।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने कल के स्कोर एक विकेट पर 11 रन से आगे खेलना शुरू किया। एडिन मार्कराम तीन और थेयुनिस डे ब्रयून ने पांच रन से आगे खेलना शुरू किया। मेहमान टीम की शुरुआत ठीक नहीं रही और टीम ने पहले सत्र के खेल में 33 ओवरों का सामना किया, जिसमें उसने 106 रन बनाए और अपने सात विकेट गंवाए।
दिन का खेल शुरू होते ही दक्षिण अफ्रीकी टीम जडेजा और शमी की घातक गेंदबाजी के आगे नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती चली गई। मेहमान टीम ने 60 रन तक अपने पांच विकेट गंवा दिए थे। इन पांच विकेटों में डे ब्रयून (10), उपकप्तान टेम्बा बावुमा (0), कप्तान फाफ डु प्लेसिस (13), क्विंटन डी कॉक (0) के विकेट शामिल हैं।
ऐसा लग रहा था कि टीम इसके बाद इन झटकों से उबर जाएगी। लेकिन 70 रन के स्कोर पर ही उसने तीन लगातार तीन विकेट खो दिए, जिससे टीम अब हार के कगार पर पहुंच चुकी है। इन तीन विकेटों में मार्कराम (39), वार्नोन फिलेंडर (0) और केशव महाराज (0) के विकेट शामिल हैं।
भारत ने अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 502 रनों पर घोषित की थी। दक्षिण अफ्रीका ने भी संघर्ष किया और अपनी पहली पारी में 431 रन बनाए। भारत दूसरी पारी में 71 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी और उसने दूसरी पारी में चार विकेट पर 323 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और दक्षिण अफ्रीका के सामने जीत के लिए 395 रनों का लक्ष्य रखा था।