जेम्स एर्सकिन ने एक इंटरव्यू के दौरान दावा किया कि 2016 में एक टेस्ट मैच के दौरान क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के दो अधिकारियों ने खुले तौर पर खिलाड़ियों को बॉल टेम्परिंग करने को कहा था। उनके इस दावे के बाद क्रिकेट जगत में भूचाल आ गया है। हालांकि वॉर्नर ने अबतक इसको लेकर कुछ भी नहीं कहा है। एर्सकिन ने कहा कि अगर सच सामने आएगा तो कई बड़े खिलाड़ियों का नाम सामने दिखेगा, जब हर कोई कहेगा कि डेविड वॉर्नर को इस तरह क्यों फंसाया गया।
एर्सकिन ने कहा कि कुछ क्रिकेटर इसपर खुल कर बात करना चाहते हैं लेकिन सामने नहीं आ रहे। लेकिन एक न एक दिन सच सामने आयेगा। उन्होंने बताया कि साल 2016 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम 85 पर ऑलआउट हो गई थी और पारी के अंतर से मैच हारी थी। इस मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के दो अधिकारी ड्रेसिंग रूम में आए और टीम से बॉल टेम्परिंग कर बॉल रिवर्स स्विंग कराने की सलाह दी थी, ताकि मैच जीत सकें।
एर्सकिन ने बताया कि इस बॉल टेम्परिंग विवाद के चलते वॉर्नर का परिवार काफी परेशान हुआ है। उन्होंने खुलासा किया कि उस दौरान डेविड वॉर्नर की वाइफ कैंडिस ने एक बच्चा भी खो दिया था, जो परिवार के लिए एक बड़ा झटका था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल कलार्क ने भी वॉर्नर का समर्थन किया है।
वर्ल्ड कप विनिंग कप्तान ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वॉर्नर को बाली का बकरा बनाया जा रहा है। क्लार्क ने कहा, ‘बॉल टेम्परिंग विवाद के चलते वॉर्नर पर कप्तानी से बैन लगाया गया है। वहीं इस मामले के दूसरे दोषी स्टीव स्मिथ वेस्टइंडीज के खिलाफ दिन रात के टेस्ट में कप्तानी कर रहे हैं।
क्लार्क ने बिग स्पोटर्स ब्रेकफास्ट में कहा, ‘वह निराश और दुखी है। वह इस बात से और भी दुखी होगा कि स्टीव स्मिथ को टेस्ट कप्तानी का मौका दिया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं उसकी निराशा समझ सकता हूं। उसे कप्तानी से वंचित कर दिया गया। बोर्ड का रवैया भी अस्थिर रहा है। यह अविश्वसनीय है कि एक के लिए कुछ और नियम और दूसरे के लिए कुछ और। अगर बोर्ड को लगता है कि दक्षिण अफ्रीका में उस मामले में शामिल सभी लोगों को कप्तानी से परे रखा जायेगा तो यह उचित होता।’