लंदन टेस्ट में भारत की पहली पारी में अपनी डेब्यू इनिंग खेलने उतरे हनुमा विहारी ने शानदार अर्धशतक लगाया। हनुमा ने 56 रन की अपनी पारी में 194 गेंदों का सामना किया जिसमें उन्होंने 11 चौके और एक 6 भी लगाया। इंग्लैंड के खिलाफ पदार्पण टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले हनुमा पूर्व कप्तान गांगुली और द्रविड़ के बाद भारत के चौथे ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली पारी में 50 और उससे अधिक रन बनाए हैं।
गेंदबाजी में भी बिखेड़ा रंग-
बल्लेबाजी के बाद हनुमा ने गेंदबाजी में भी अपना दम दिखाया। विहारी ने सीरीज के पांचवें एवं अंतिम टेस्ट के चौथे दिन सोमवार को इंग्लैंड टीम के 37 रन पर तीन बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। ओवल टेस्ट के चौथे दिन भी हनुमा ने ही एलेस्टेयर कुक और जो रूट की 259 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी को तोड़ा। हनुमा ने अपनी दो लगातार गेंदों पर कुक और रूट को आउट किया था। हनुमा ने सैम करेन को अपना तीसरा शिकार बनाते ही एक अनूठा रिकार्ड अपने नाम कर लिया।
हनुमा अपने पदार्पण टेस्ट में 50 रन बनाने और तीन विकेट लेने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। 24 वर्षीय मध्यक्रम के बल्लेबाज ने कहा था कि मैंने अपना पदार्पण टेस्ट खेलने से एक दिन पहले राहुल द्रविड़ को फोन किया था। उन्होंने मुझसे कुछ मिनट बात की जिससे मुझे काफी राहत मिली और मेरी घबराहट कम हुयी। हनुमा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय द्रविड़ को देते हुये कहा था कि भारत ए से भारतीय टीम तक के उनके सफर में पूर्व क्रिकेटर द्रविड़ की बहुत ही अहम भूमिका रही है।