नई दिल्ली: भारत में क्रिकेट महज एक खेल नहीं है। यहां क्रिकेट को एक जज्बे के रूप में देखा जाता है और इस खेल के खिलाड़ियों को भगवान तक का दर्जा दिया जाता है। कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खुद का भविष्य तो बनाया ही है साथ ही साथ देश का नाम भी विश्व पटल पर रौशन किया है। लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने बड़े इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वो उस मौके और प्रदर्शन को भुना नहीं पाए और गुमनामी के अँधेरे में चले गये।
आज हम आपको एक ऐसे ही क्रिकेटर के बारे में बता रहे हैं जो भारतीय टीम की विश्व विजेता टीम का हिस्सा रहा लेकिन आज गुमनामी में जिंदगी गुजर-बसर कर रहा है। इसकी हालत इतनी दयनीय है कि घर चलाने के लिए इसे छोले भटूरे भेचने पड़ रहे हैं वो भी सडक किया फ़ास्ट फ़ूड कार्नर लगा कर! जी हां! इस खिलाड़ी का नाम है पैरी गोयल, जो 2008 की अंडर 19 भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा था। यह वही टीम थी जिसका नेतृत्व विराट कोहली ने किया था और जिस टीम का हिस्सा शिखर धवन भी थे।
साल 2008 की अंडर 19 भारतीय क्रिकेट टीम तो आपको याद ही होगी जिसने वर्ल्ड कप जितकर दुनिया भर में तहलका मचा दिया था। उसी टीम का खिलाड़ी पैरी गोयल आज छोले भठूरे और चाऊमीन बेचकर अपना गुजारा कर रहा है। पैरी गोयल 2008 में भारत की अंडर-19 टीम के विकेटकीपर थे।
विश्वकप 2008 जीतने के बाद कई खिलाडियों ने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया और सीनियर टीम में अपनी जगह बनाई। लेकिन पैरी ऐसा नहीं कर सके, उन्होंने पंजाब के लिए भी घरेलू क्रिकेट खेला, लेकिन उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, लिहाज़ा उन्हें 2010 में टीम से बाहर कर दिया गया। अब पैरी गोयल लुधियाना नगर निगम के बाहर फ़ास्ट फ़ूड कार्नर चलाते हैं। पैरी अपने फास्ट फूड कार्नर में छोले भठूरे और चाऊमीन आदि बेचते हैं।
Home / Sports / Cricket News / छोले भठूरे बेच कर गुजारा कर रहा है विश्वकप विजेता भारतीय टीम का ये खिलाड़ी, बल्लेबाजी में विराट कोहली को देता था टक्कर