मारपीट के कारण उन्हें एशेज से बाहर किया गया था
वोक्स ने कहा, “जिस स्थिति से वह गुजर रहे हैं, कोई भी उन्हें ऐसे नहीं देखना चाहता। निश्चित तौर पर हम यहां खुले दिल से टीम में उनका स्वागत करेंगे। स्टोक्स एक विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं और वह विश्व में किसी भी टीम को बेहतर बना सकते हैं और इसलिए, अगर हम उन्हें टीम में आने से रोकते हैं, तो यह बेवकूफी की बात होगी। उल्लेखनीय है कि एशेज सीरीज के लिए पहले स्टोक्स का नाम इंग्लैंड टीम में शामिल किया गया था, लेकिन ब्रिस्टल में हुए मारपीट के एक विवाद के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
वोक्स ने कहा, “जिस स्थिति से वह गुजर रहे हैं, कोई भी उन्हें ऐसे नहीं देखना चाहता। निश्चित तौर पर हम यहां खुले दिल से टीम में उनका स्वागत करेंगे। स्टोक्स एक विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं और वह विश्व में किसी भी टीम को बेहतर बना सकते हैं और इसलिए, अगर हम उन्हें टीम में आने से रोकते हैं, तो यह बेवकूफी की बात होगी। उल्लेखनीय है कि एशेज सीरीज के लिए पहले स्टोक्स का नाम इंग्लैंड टीम में शामिल किया गया था, लेकिन ब्रिस्टल में हुए मारपीट के एक विवाद के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
ईसीबी ने बाहर किया था स्टॉक्स को
इंग्लैंड के 26 वर्षीय खिलाड़ी स्टोक्स बुधवार को न्यूजीलैंड पहुंचे। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने पिछले सप्ताह स्टोक्स को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दे दिया। ब्रिस्टल विवाद में पुलिस की जांच पूरी होने के तुंरत बाद ही ईसीबी स्टोक्स को इंग्लैंड टीम में शामिल करने का पूरा प्रयास करेगा।न्यूजीलैंड में स्टोक्स के घरेलू क्रिकेट खेलने के बारे में वोक्स ने कहा, “उनके लिए यह सबसे अच्छी बात होगी। दो माह तक क्रिकेट मैदान से बाहर रहने के दौरान उनके दिमाग में कई चीजें चल रही होंगी और अब उन्हें बाहर निकलने का मौका मिला है, जो उनके लिए अच्छा होगा। मुझे पता है कि इन दो माह के दौरान भी वह अभ्यास कर रहे थे।”
इंग्लैंड के 26 वर्षीय खिलाड़ी स्टोक्स बुधवार को न्यूजीलैंड पहुंचे। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने पिछले सप्ताह स्टोक्स को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दे दिया। ब्रिस्टल विवाद में पुलिस की जांच पूरी होने के तुंरत बाद ही ईसीबी स्टोक्स को इंग्लैंड टीम में शामिल करने का पूरा प्रयास करेगा।न्यूजीलैंड में स्टोक्स के घरेलू क्रिकेट खेलने के बारे में वोक्स ने कहा, “उनके लिए यह सबसे अच्छी बात होगी। दो माह तक क्रिकेट मैदान से बाहर रहने के दौरान उनके दिमाग में कई चीजें चल रही होंगी और अब उन्हें बाहर निकलने का मौका मिला है, जो उनके लिए अच्छा होगा। मुझे पता है कि इन दो माह के दौरान भी वह अभ्यास कर रहे थे।”