एशेज से पहले यह जीत इंग्लैंड के लिए टॉनिक से समान
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले एशेज सीरीज से पहले आयरलैंड के खिलाफ मिली यह जीत इंग्लैंड के लिए टॉनिक का काम करेगी, लेकिन इस मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों की कलई खुल गई है। वह आयरलैंड जैसी टीम के खिलाफ जहां पहली पारी में मात्र 85 रन पर आउट हो गए तो वहीं दूसरी पारी में भी मात्र 303 रन ही बना सके।
इस मैच के पहले दिन आयरलैंड ने अपनी जीत की उम्मीद बंधाई थी। वनडे विश्व कप जीतने के बाद बढ़े मनोबल के साथ उतरी इंग्लिश टीम को मात्र 85 रन पर समेट दिया था। आयरलैंड के तेज गेंदबाज टिम मुर्ताघ के सामने इंग्लिश बल्लेबाज मात्र 24 ओवर ही खेल पाए थे। मुर्ताघ ने पांच विकेट चटकाए थे। इसके बाद आयरलैंड की टीम ने ठीक-ठाक बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 207 रन बनाकर 122 रनों की लीड ले ली थी।
नाइटवाचमैन जैक लीच ने किया कमाल
पहले ही दिन दोनों टीम के आलआउट हो जाने के बाद इंग्लैंड को तीसरी पारी के लिए भी इसी दिन उतरना पड़ गया। इंग्लैंड की ओर से सामान्य तौर पर 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले जैक लीच ने कमाल की पारी खेली। ओपनिंग करते हुए उन्होंने 92 रन की शानदार पारी खेल डाली। हालांकि उनके अलावा सिर्फ जेसन रॉय ही अच्छी बल्लेबाजी कर सके और इन दोनों की बदौलत इंग्लैंड ने तीसरी पारी में 303 रन बना लिए। इस तरह जीत के लिए आयरलैंड को 182 रनों का लक्ष्य मिला, लेकिन मैच के तीसरे दिन शीर्षक्रम पर पहले क्रिस वोक्स ने कहर ढाया और बाद में टेलेंडर्स को क्रिस ब्रॉड ने समेट दिया।
चौथी पारी में आयरलैंड की बल्लेबाजी कितनी खराब रही, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसकी ओर से सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले मैकुलम मात्र 11 रन बना सके। यही इकलौते बल्लेबाज थे, जो आयरलैंड की तरफ से दो अंकों में पहुंचे। इस पारी के दौरान आयरलैंड ने टेस्ट क्रिकेट में शर्मनाक रिकॉर्ड भी बनाया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट का पांचवां न्यूनतम स्कोर (38) रन बनाया। टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सबसे कम रनों का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम है। वह 1955 में इंग्लैंड के ही खिलाफ 26 रनों पर सिमट गई थी।