गौतम गंभीर ने एक मीडिया को लिखे अपने कॉलम में कहा है कि भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को बीसीसीआई का अगला अध्यक्ष बनाया गया है, जो भारतीय क्रिकेट की बेहतरी की ओर उठाया गया बड़ा कदम है। उन्होंने लिखा कि आमतौर पर बीसीसीआई का कामकाज खिलाड़ियों के हितों के खिलाफ और अपारदर्शी होता है, लेकिन पूर्व क्रिकेटर को बोर्ड में शामिल करना शानदार कदम है।
गंभीर ने लिखा कि उन्हें उम्मीद है कि दादा को उन पूर्व खिलाड़ियों से समर्थन मिलेगा, जिन्होंने उन्हें बधाइयां दी है। उन्होंने आगे लिखा कि एक क्रिकेटर के तौर पर प्रिंस ऑफ कोलकाता इसलिए कामयाब हो सके, क्योंकि उन्हें ड्रेसिंग रूम से साथ मिल रहा था और साथ ही साथ बीसीसीआई बोर्ड रूम से भी। तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के समर्थन के बिना दादा के लिए चीजें चुनौतीपूर्ण हो जातीं। अपनी कप्तानी के दौरान उन्होंने कोच जॉन राइट के साथ मिलकर सहवाग, नेहरा, युवराज, हरभजन और जहीर जैसे खिलाड़ियों को निखारा। उन्होंने आगे लिखा कि दादा भाग्यशाली थे कि उन्हें द्रविड़, कुंबले, तेंदुलकर, लक्ष्मण का साथ मिला। अब अपनी नई पारी के लिए उन्हें इसी तरह का समर्थन बीसीसीआई के बड़े लोगों से चाहिए होगा, जिन्हें पता है कि चुनौतियां कहां हैं।