गंभीर ने ट्वीट कर ये लिखा
इस ट्वीट में गंभीर ने लिखा, “इनकी आंखें नम थीं, दिल में गम था। मैंने जब टटोला तो जाना मेरा गम कम था! बीती शाम सीआरपीएफ शहीदों के परिजनों के साथ बितायी। गौतम गंभीर फाउंडेशन इन बहादुर बच्चों की शिक्षा का खर्च उठा रहा है। आज कोटला में होने वाले दिल्ली डेयरडेविल्स के मैच में ये बच्चे मौजूद रहेंगे।” गौतम गंभीर द्वारा उठाये गए इस कदम की सोशल मीडिया पर जम कर तारीफ हो रही है। बता दे हालही में खराब प्रदर्शन के चलते गौतम ने दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही अपने निराशाजनक प्रदर्शन के चलते गंभीर ने आईपीएल नीलामी में मिले 2.80 लाख रूपए भी दिल्ली की टीम को वापस देने का मन बनाया है। गंभीर के कप्तानी छोड़ने के बाद युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर को टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया है।
इस ट्वीट में गंभीर ने लिखा, “इनकी आंखें नम थीं, दिल में गम था। मैंने जब टटोला तो जाना मेरा गम कम था! बीती शाम सीआरपीएफ शहीदों के परिजनों के साथ बितायी। गौतम गंभीर फाउंडेशन इन बहादुर बच्चों की शिक्षा का खर्च उठा रहा है। आज कोटला में होने वाले दिल्ली डेयरडेविल्स के मैच में ये बच्चे मौजूद रहेंगे।” गौतम गंभीर द्वारा उठाये गए इस कदम की सोशल मीडिया पर जम कर तारीफ हो रही है। बता दे हालही में खराब प्रदर्शन के चलते गौतम ने दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही अपने निराशाजनक प्रदर्शन के चलते गंभीर ने आईपीएल नीलामी में मिले 2.80 लाख रूपए भी दिल्ली की टीम को वापस देने का मन बनाया है। गंभीर के कप्तानी छोड़ने के बाद युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर को टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया है।
पाकिस्तान के बारे में ये कहा
इसके अलावा गंभीर ने भारत-पाकिस्तान रिश्तों को लेकर भी कुछ कड़ी बातें कही। उन्होंने कहा कि कंडीशनल बायकॉट से कोई स्थिति नहीं सुधरेगी। इसके लिए कुछ जरूरी समाधान सोचना चाहिए। गंभीर ने कहा कि ये सोच सिर्फ मेरी ही नहीं पूरे देश की है। उन्होंने कहा कि युद्ध के बिना ही सीमा पर रोज़ जवान शहीद होते हैं, इससे बुरी स्थिति क्या हो सकती है। यकीनन गंभीर सुरक्षा बलों के समर्पण और बलिदान की वजह से उन्हें देश का सच्चा हीरो मानते हैं। वैसे पिछले दिनों उन्होंने कश्मीर मुददे को लेकर पाकिस्तानी खिलाड़ी शाहिद आफरीदी को भी खरी खोटी सुनाई थी।
इसके अलावा गंभीर ने भारत-पाकिस्तान रिश्तों को लेकर भी कुछ कड़ी बातें कही। उन्होंने कहा कि कंडीशनल बायकॉट से कोई स्थिति नहीं सुधरेगी। इसके लिए कुछ जरूरी समाधान सोचना चाहिए। गंभीर ने कहा कि ये सोच सिर्फ मेरी ही नहीं पूरे देश की है। उन्होंने कहा कि युद्ध के बिना ही सीमा पर रोज़ जवान शहीद होते हैं, इससे बुरी स्थिति क्या हो सकती है। यकीनन गंभीर सुरक्षा बलों के समर्पण और बलिदान की वजह से उन्हें देश का सच्चा हीरो मानते हैं। वैसे पिछले दिनों उन्होंने कश्मीर मुददे को लेकर पाकिस्तानी खिलाड़ी शाहिद आफरीदी को भी खरी खोटी सुनाई थी।