सलामी बल्लेबाजी को लेकर ये बोले
गावस्कर ने कहा कि उनका मानना है कि विश्व कप की टीम में दिनेश कार्तिक को रिजर्व ओपनर के रूप में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर रिषभ पंत तथा महेंद्र सिंह धोनी के रूप में दो विकेट कीपर बल्लेबाज विश्व कप टीम में शामिल होते हैं, तब भी कार्तिक को टीम में होना चाहिए। हालांकि यह बता दें कि गावस्कर का यह बयान इसलिए हैरान करने वाला है, क्योंकि दिनेश कार्तिक ने वनडे क्रिकेट में कभी पारी की शुरुआत नहीं की है। वह मध्यक्रम या निचले क्रम में ही खेलते रहे हैं।
हरफनमौला पर ये है गावस्कर की राय
न्यूजीलैंड से 4-1 से टीम इंडिया के सीरीज जीतने के बाद गावस्कर विश्व कप के लिए संभावित भारतीय टीम कैसी होनी चाहिए, इस पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया को दो तेज गेंदबाज ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और विजय शंकर को लेकर इंग्लैंड विश्व कप खेलने जाना चाहिए और विजय शंकर को रवींद्र जडेजा की जगह टीम में शामिल करना चाहिए। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि टीम इंडिया में दो विशेषज्ञ स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव हैं और ये बेहतर कर रहे हैं। इसलिए इंग्लैंड में हमें स्पिन गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर की जगह सीम बॉलिंग करने वाले एक और ऑलराउंडर के साथ जाना चाहिए। इसके लिए पांड्या और विजय सही होंगे। विजय को पांड्या के कवर के तौर पर टीम में शामिल किया जाना चाहिए, जबकि दो स्पिनर होने के कारण जडेजा को बाहर रखा जा सकता है।
विजय शंकर बनाम रविंद्र जडेजा
विजय शंकर ने इसी साल 18 जनवरी को अपना पहला वनडे मैच खेला है। पहले तीन मैचों में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, जबकि चौथे मैच में 28 साल के तमिलनाडु के इस हरफनमौला ने बेहद नाजुक मौके पर जब टीम इंडिया के चार विकेट सस्ते में गिर गए थे तो अंबाती रायडू के साथ अच्छी साझेदारी कर टीम इंडिया को जीत की राह पर डाला था। इस मैच में उन्होंने 45 रन बनाए थे। इसके अलावा इन चार मैचों में 16 ओवर गेंदबाजी की और मात्र 4.87 की इकोनॉमी से 78 दिए, हालांकि उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। अगर विश्व कप की टीम में इन्हें शामिल किया जाता है तो हार्दिक पांडया की मौजूदगी में इन्हें मौका मिलने के आसार कम ही हैं, लेकिन अगर वह अनफिट या चोटिल हो जाते हैं तो निश्चित रूप से उनके अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं।
अगर रविंद्र जडेजा की बात करें तो वह पिछले 10 सालों से भारत के लिए खेल रहे हैं। 30 साल के इस हरफनमौला ने 147 वनडे में 1990 रन बनाने के साथ 171 विकेट झटके हैं। हालांकि कुलदीप और युजवेंद्र के रहते उन्हें विश्व कप की एकादश में जगह मिलेगी, इसमें संदेह ही है। इनके पक्ष में एक ही बात जाती है कि वह शानदार क्षेत्ररक्षक हैं।