
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल। (फोटो सोर्स: एक्स@/BCCI)
Gautam Gambhir, Press Confrence, IND vs SA: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज को 2-1 से जीतने के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी तरह आक्रामक मूड में नजर आए। गंभीर इस बार पत्रकारों, क्रिकेट विशेषज्ञों और यहां तक कि आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल पर भी तीखे तेवर दिखाते दिखे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत ही गौतम गंभीर ने इस दावे से की कि वे कभी बहाने नहीं बनाते, मगर पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने एक के बाद एक बहाने ही गिनाए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में मिली शर्मनाक हार का कारण भारतीय कप्तान शुभमन गिल की चोट को बातया। लेकिन गंभीर शायद यह भूल गए कि इंग्लैंड में ड्रा हुई जिस सीरीज को वे बार-बार अपनी कोचिंग की बड़ी उपलब्धि बताते हैं, वह सीरीज भी क्रिस वोक्स की चोट के चलते ड्रा हुई थी।
दरअसल, इंग्लैंड और भारत के बीच खेली गई उस पांच मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट लंदन के द ओवल में हुआ था। भारत ने वह मैच महज छह रन से जीतकर सीरीज 2-2 से बराबर की थी। लेकिन उस मैच में इंग्लैंड के अहम ऑलराउंडर क्रिस वोक्स बुरी तरह चोटिल थे। पहली पारी में वे बल्लेबाजी के लिए ही नहीं उतरे, जबकि दूसरी पारी में जब इंग्लैंड जीत से महज कुछ रन दूर था, तब टूटे हुए हाथ के साथ वोक्स सिर्फ रनिंग के लिए क्रीज पर आए। पूरे मैच में इंग्लैंड दस खिलाड़ियों से खेल रहा था। वोक्स के चोटिल होने से इंग्लैंड को न सिर्फ बल्लेबाजी में नुकसान हुआ था, बल्कि उनका एक तेज गेंदबाज भी कम हो गया था।
अगर वोक्स फिट होते, तो इंग्लैंड वह टेस्ट आसानी से जीत जाता और सीरीज 3-1 से अपने नाम कर लेता और भारत के खाते में एक और सीरीज हार जुड़ जाती। यानी जिस ड्रॉ सीरीज को आज गंभीर अपनी कामयाबी की मिसाल बताते फिरते हैं, वह भी एक खिलाड़ी की चोट की वजह से बची थी। आज जब वे अपनी हार का कारण चोट बता रहे हैं, तो खुद की उस "उपलब्धि" का आधार भी तो वही चोट थी।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने के बाद गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "टेस्ट सीरीज में हार के बाद लोग और मीडिया ने खूब बातें कीं, क्योंकि रिजल्ट हमारे फ़ेवर में नहीं गए। लेकिन हैरानी की बात यह है कि किसी मीडिया ने एक बार भी यह नहीं लिखा कि हम जो पहला टेस्ट हारे थे 30 रनों से, वो बिना कप्तान के खेले, जिसने दोनों पारियों में बल्लेबाजी नहीं की। मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकार बहाने नहीं बनाता, इसका मतलब यह नहीं है की जो फक्ट्स हैं, उसी को आप दुनिया और देश के सामने मत दिखाओ। आप जब ट्रांजेशन में होते हो और सीरीज में कप्तान को खोते हो जो इनफॉर्म बल्लेबाज भी है। उन्होंने पिछले सात टेस्ट मैच में हज़ार के करीब रन बनाए हैं। अगर आप ऐसे बल्लेबाज को खोते हो तो रिजल्ट आना मुश्किल होता है।"
बता दें गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टेस्ट टीम का बहुत बुरा हाल है। भारतीय टीम पिछले साल न्यूजीलैंड से अपने घर में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 0-3 से हार गई थी। उसके बाद टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 साल बाद टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। वहीं घर पर एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 से सूपड़ा साफ कर दिया। कीवी टीम ने 24 साल बाद तो दक्षिण अफ्रीका ने 15 साल बाद भारत में टेस्ट सीरीज जीती। इस बीच भारत ने इंग्लैंड से सीरीज 2-2 से ड्रा कराई। लेकिन अगर आप इंग्लैंड की परीथितियों और उनके स्क्वाड पर नज़र डालें तो इस बार भरता के पास सीरीज जीतने का अच्छा मौका था। लेकीन टीम ने इसे गवां दिया। इंग्लैंड ने इस बार इतिहास का सबसे पाटा विकेट तैयार किया था।
Updated on:
07 Dec 2025 07:41 am
Published on:
07 Dec 2025 07:27 am
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