मोहाली टेस्ट में हार के साथ ही इंग्लैंड टीम को एक बड़ा झटका लगा है। लेकिन इंग्लैंड के एक युवा बल्लेबाज का जुझारूपन ने विराट का दिल जीत लिया। 19 वर्षीय हसीब हमीद ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में टूटी उंगली के साथ करीब 3 घंटे तक बल्लेबाजी की और भारत को पारी के अंतर से जीत दर्ज नहीं करने दी। यह देख विराट ने हमीद की सराहना की।
मोहाली टेस्ट की पहली पारी में हमीद तेज गेंदबाज मुहम्मद शमी की गेंद पर चोटिल हो गए थे, लेकिन इसके बाद भी वह दूसरी पारी में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और नाबाद 59 रन की पारी खेली। इंग्लैंड टीम के लिए यह बड़ा झटका है, क्योंकि उन्होंने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन किया। साथ ही कप्तान कुक को सलामी जोड़ी की समस्याओं से भी मुक्त किया था।
विराट ने की तारीफ-
विराट ने कहा, मैं हमीद के जुझारूपन से प्रभावित मोहाली टेस्ट में हार के साथ ही इंग्लैंड टीम को एक
बड़ा झटका लगा है। लेकिन इंग्लैंड के एक युवा बल्लेबाज का जुझारूपन ने
विराट का दिल जीत लियाहुआ. इस तरह की चोट के बावजूद टीम की स्थिति को देखते हुए उनका समर्पण देखते ही बनता था। वो निश्चित रूप से भविष्य के सितारा खिलाड़ी हैं।
हमीद के साहस और जुझारूपन को इसलिए सलाम करना चाहिए क्योंकि इस गंभीर चोट के बावजूद उन्होंने सिर्फ दो दर्दनिवारक गोलियों के साथ करीब तीन घंटे (170 मिनट) तक बल्लेबाजी की। इस दौरान उन्होंने 156 गेंदों का सामना किया और 6 चौकों और 1 छक्के की मदद से 59 रन बनाए और अंत तक आउट नहीं हुए।
पिता को है बेटे पर गर्व-
इंग्लैंड के युवा सलामी बल्लेबाज हसीब हमीद के पिता ने बताया कि लंकशायर के इस खिलाड़ी ने कुछ साल पहले सचिन तेंदुलकर को नेट पर बल्लेबाजी करते देखा था और उसके बाद ही बल्लेबाज बनने का निर्णय किया। अपने पर्दापण मुकाबले में अश्विन के हाथों विकेट गंवाने से पहले हसीब ने 82 गेंदों पर 31 रन की पारी खेली।
पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे का जुझारुपन देखकर बहुत खुशी हो रही है, और उन्हें उस पर गर्व है।
दर्शक दीर्घा में बैठकर बेटे को खेलता देख उनके पिता ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘‘हर पिता की तरह मैं भी घबराया हुआ था, जब वो बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आया। लेकिन जब वो एक बार सेटल हो गया तब हम सभी उसकी पारी का आनंद ले रहे थे। ध्यान केंद्रित कर लेने की उसकी क्षमता ने उसकी मदद की। उम्मीद है कि वो आगे इस से और बेहतर प्रदर्शन करेगा।’’
‘‘मुझे याद है जब 2004 में हम मुंबई में थे तब उसने एमआईजी क्लब में सचिन को नेट पर बल्लेबाजी करते हुए देखा था। वो काफी उत्सुक था और सचिन के बारे में मुझ से सवाल कर रहा था।’
सूरत से ताल्लुक रखने वाले हमीद सीनियर ने कहा, ‘‘मैंने उसे समझाया कि उसने दुनिया के सबसे महान बल्लेबाज को देखा है और तब उसने कहा कि मैं भी बल्लेबाज बनना चाहता हूं और मैं एक दिन इंग्लैंड के लिए खेलूंगा।’’
19 साल 197 दिन की उम्र के साथ हसीब हमीद इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले युवा खिलाड़ी बने। कंट्री चैंपियनशिप डिविजन वन में लंकशायर के लिए उन्होंने 16 मुकाबलों में 49.91 की औसत से 1,198 रन बनाए, इस प्रदर्शन के बल पर उन्हें इतना बड़ा मौका मिला।
दर्शक दीर्घा में बैठकर बेटे को खेलता देख हमीद सीनियर ने टाइम्स आॅफ इंडिया से कहा, ‘‘हर पिता की तरह मैं भी घबराया हुआ था, जब वो बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आया। लेकिन जब वो एक बार सेटल हो गया तब हम सभी उसकी पारी का आनंद ले रहे थे। ध्यान केंद्रित कर लेने की उसकी क्षमता ने उसकी मदद की। उम्मीद है कि वो आगे इस से और बेहतर प्रदर्शन करेगा।’’
‘‘मुझे याद है जब 2004 में हम मुंबई में थे तब उसने एमआईजी क्लब में सचिन को नेट पर बल्लेबाजी करते हुए देखा था। वो काफी उत्सुक था और सचिन के बारे में मुझ से सवाल कर रहा था।’’
सूरत से ताल्लुक रखने वाले हमीद सीनियर ने कहा, ‘‘मैंने उसे समझाया कि उसने दुनिया के सबसे महान बल्लेबाज को देखा है और तब उसने कहा कि मैं भी बल्लेबाज बनना चाहता हूं और मैं एक दिन इंग्लैंड के लिए खेलूंगा।’’