धवन ने दांबुला में रविवार को हुये पहले वनडे में 90 गेंदों में 20 चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 132 रन की पारी खेली थी और भारत की नौ विकेट की शानदार जीत में वह मैन ऑफ द मैच रहे थे। उन्होंने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा अभी मुझे अगले विश्वकत तक लंबा सफर तय करना है। मैं बस इसी तरह प्रदर्शन करना चाहता हूं। मेरा यही लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि टीम में बहुत अच्छे बल्लेबाज मौजूद हैं और यदि मैं इस तरह से नहीं खेलूंगा तो कोई भी अन्य खिलाड़ी खिलाड़ी मेरी जगह ले लेगा। यह एक अहम बात है जो मेरे दिमाग में है और दूसरी अहम बात है कि मुझे अपनी फिटनेस को ऊंचे स्तर पर बनाये रखना होगा क्योंकि टीम में बाकी खिलाड़ी युवा हैं। मुझे अपने आप को फिट रखना होगा और मैच के हिसाब से खेलना है।
सलामी बल्लेबाज ने कहा कि मेरे पास इसके अलावा और कोई खास लक्ष्य नहीं है और न ही मेरा लक्ष्य रनों के किसी आंकड़े तक पहुंचने का है। मैं केवल फिटनेस, प्रदर्शन और फील्डिंग पर ही ध्यान केंद्रित करके खेल रहा हूं। धवन का इससे पहले चैंपियंस ट्राफी में भी कमाल का प्रदर्शन रहा था तथा टेस्ट सीरीज में भी उन्होंने जबरदस्त बल्लेबाजी की थी जबकि उन्हें
मुरली विजय की जगह बतौर वैकल्पिक खिलाड़ी टीम में शामिल किया गया था।
31 वर्षीय धवन ने साथ ही कहा कि जब वह खराब दौर से गुजर रहे थे तब उन्होंने काफी कुछ सीखा और उस दौरान भी वह सकारात्मक थे। उन्होंने कहा विफलता आपको बहुत कुछ सिखाती है और मैंने भी इससे सीखा है। मैंने काफी खराब समय देखा है इसलिये मैं बहुत ज्यादा नहीं सोचता क्योंकि जब ऐसा होना होता है तो होता ही है। मैं तो उस समय का भी मजा लेता हूं।
जब मैं अच्छा नहीं खेल पा रहा था तब भी सीख रहा था और अब भी मैं खेल के बारे में सीख रहा हूं क्योंकि यह एक प्रक्रिया का हिस्सा है। श्रीलंका दौरे पर तीन शतक लगा चुके सलामी बल्लेबाज ने अपनी मौजूदा फार्म को 2013 चैंपियंस ट्राफी की फार्म से तुलना करते हुये कहाÞ जब मैंने 2013 चैंपियंस ट्राफी के लिये वनडे टीम में वापसी की थी तब भी मैं इसी लय में खेल रहा था और इस बार लंदन में चैंपियंस ट्राफी में भी मैंने वैसा ही प्रदर्शन किया। मैं उसी लय में हूं।
टीम में गब्बर के नाम से मशहूर बल्लेबाज ने कहा मैं कहूं तो जब मैंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण किया था तब भी मैं ऐसा ही खेलता था या फिर जैसा मैंने गाले में यहां पहले टेस्ट में खेला था। मैं बिल्कुल उसी समय की तरह खेल रहा हूं। मैं अपने लिये उसी मंत्रा को बार बार इस्तेमाल करता रहता हूं। गेंदों के लिहाज से भारत ने इस मैच में अपनी बड़ी जीत दर्ज की। वहीं कप्तान
विराट कोहली ने कहा कि पिच बल्लेबाजी के लिहाज से बहुत अच्छी थी। धवन ने इस बाबत कहा कि उन्हें पिच को लेकर उतनी ङ्क्षचता नहीं रही।
उन्होंने कहा मैं पिच के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैं केवल गेंद को देख रहा था और मुझे लगा कि पिच बहुत अच्छी है जिस तरह से श्रीलंका ने खेलना शुरू किया हमें 300 के लक्ष्य की उम्मीद थी। खराब दौर से गुजर रही श्रीलंकाई टीम को लेकर धवन ने माना कि यह एक नयी और युवाओं की टीम है और बदलाव से गुजर रही है। उन्हें यकीन है कि वक्त के साथ टीम में सुधार देखने को मिलेगा।