क्या हुआ था उस मैदान में –
श्रीलंका ने इस मैदान पर खेले गए मैच में मेजबान टीम को 215 रनों से मात दी थी। इस मैच में टीम का उच्च स्कोर 226 रन था। इस मैच में कुल 38 विकेट गिरे थे, जिसमें से 30 विकेट स्पिनरों ने लिए थे। आईसीसी ने अपने बयान में कहा है कि पहले दिन ऐसे सबूत थे कि पिच टूट रही है, जिसके कारण असमान उछाल मिल रहा है। साथ ही अप्रत्याशित स्पिन भी विकेट से मिल रही है, जो कई बार बहुत ज्यादा हो जाती है।
चटगांव की पिच की भी खराब –
इससे पहले चटगांव में खेले गए पहले मैच की पिच को भी आईसीसी ने दोयम दर्जे का बताया था। पिछले साल सितंबर में भी शेर-ए-बांग्ला मैदान पर आस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान आईसीसी ने इस मैदान की आउटफील्ड को खराब बताया था हालांकि तब आईसीसी ने नकारात्मक अंक प्रणाली शुरू नहीं की थी।
1500 से ज्यादा रन बने-
बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच हुए टेस्ट सीरीज का पहला मैच चटगांव में खेला गया था। बल्लेबाजी की मुफीद इस पिच पर गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली थी। पांच दिनों के दौरान इस मैदान पर जमकर रन निकले थे। इस कारण इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने इस पिच को घटिया करार दिया था। बता दें कि पहला मैच ड्रॉ समाप्त हुआ था।