scriptICC ने BCCI की बढ़ाई टेंशन, बोला- फिक्सिंग और भ्रष्टाचार के 50 मामले सिर्फ भारत से | ICC said 50 cases of fixing and corruption only from India | Patrika News

ICC ने BCCI की बढ़ाई टेंशन, बोला- फिक्सिंग और भ्रष्टाचार के 50 मामले सिर्फ भारत से

locationनई दिल्लीPublished: Jun 21, 2020 07:13:06 pm

Submitted by:

Mazkoor

ICC के ACU ने BCCI को यह सिरदर्द दे दिया है कि वह भ्रष्टाचार और फिक्सिंग से जुड़े जिन मामलों की जांच कर रही है, उसमें अधिकतर के तार भारत से जुड़े हैं।

ICC said 50 cases of fixing  from India

ICC said 50 cases of fixing from India

नई दिल्ली : 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान स्पॉट फिक्सिंग (Spot Fixing) का मामला भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) पर लगा शायद अब तक का सबसे बड़ा दाग है। लेकिन आने वाले कुछ दिनों में फिक्सिंग का इससे बड़ा खुलासा हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) के एंटी करप्शन यूनिट (Anti Corruption Unit) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को यह सिरदर्द दे दिया है कि वह भ्रष्टाचार और फिक्सिंग से जुड़े जिन मामलों की जांच कर रही है, उसमें अधिकतर के तार भारत से जुड़े हैं। भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के अनुसार, भारत भ्रष्टाचार और फिक्सिंग का अड्‌डा बनता जा रहा है। फिक्सर आईपीएल के बाद अब घरेलू लीग को निशाना बना रहे हैं।

मैदान में वापसी को लेकर डरे हुए हैं Umesh Yadav, बोले- लॉकडाउन के बाद वापसी होगी मुश्किल

50 से अधिक मामले भारत से जुड़े हैं

एक अंग्रेजी मीडिया के अनुसार आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के के अधिकारी रिचर्डसन (Richardson) के अनुसार, उनकी टीम फिलहाल भ्रष्टाचार से जुड़े जिन मामलों की जांच कर रही है, उनमें से करीब 50 मामले तो भारत से जुड़े हैं। रिचर्डसन के अनुसार, हालांकि अब तक इस मामले में किसी खिलाड़ी का नाम सामने नहीं आया है। उन्होंने बताया कि खिलाड़ी चेन का आखिरी हिस्सा होते हैं। उन्होंने कहा कि परेशानी यह है कि जो लोग सच में इससे जुड़े होते हैं, वह मैदान के बाहर बैठते हैं। उन्होंने कहा कि वह भारतीय सरकारी एजेंसियों को ऐसे आठ नाम दे सकते हैं, जो खिलाड़ियों को पैसा देकर उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।

पिछले साल केपीएल में हुई थी फिक्सिंग

पिछले साल कर्नाटक प्रीमियर लीग (KPL) में कई लोगों पर फिक्सिंग के आरोप लगे थे। इनमें खिलाड़ियों के साथ-साथ टीम मालिक के नाम भी शामिल थे। इन लोगों के खिलाफ जांच के लिए चार्जशीट भी दायर की जा चुकी है। बीसीसीआई के एसीयू के अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि गैर-कानूनी सट्‌टेबाजी से पैसा कमाने के लिए यह सब किया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सटोरिये टीम अधिकारी, मालिक, स्पोर्ट स्टाफ और खिलाड़ियों से संपर्क करते हैं।

Waqar Younis का बड़ा बयान, World Cup 2019 में भारतीय शीर्षक्रम को कम आंकने की मिली सजा

आईसीसी ने कहा, भारत में प्रभावी कानून नहीं

आईसीसी ने कहा कि भारत में फिक्सिंग की स्थिति में तब तक सुधार नहीं आएगा, जब तक यहां फिक्सिंग को कानूनन अपराध घोषित नहीं किया जाता। रिचर्डसन ने कहा कि मैच फिक्सिंग के खिलाफ कानून लाने वाला पहला देश श्रीलंका था, इसलिए वहां क्रिकेट सुरक्षित हैं। ऑस्ट्रेलिया में भी चीजे काफी बेहतर हैं, लेकिन भारत में ऐसा कोई कानून नहीं होने के कारण बीसीसीआई वहां खुलकर कुछ नहीं कर पाती। रिचर्डसन के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के कानून के मुताबिक, बड़े टूर्नामेंट से पहले वह किसी को भी अपने देश में आने से रोक सकते हैं।

बता दें कि भारत में 2021 टी-20 विश्व कप और 2023 एकदिवसीय विश्व कप होने वाला है। ऐसे में कानून में बदलाव से क्रिकेट पर काफी बड़ा फर्क हो सकता है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो