भारत यह मैच ही नहीं हारा बल्कि भारतीय टीम ने वनडे में नंबर वन की पोजिशन भी गंवा दी। इंदौर वनडे में जीत हासिल कर भारत ने नंबर की पोजिशन पाई थी। वहीं टीम इंडिया इस सीरीज में सपनों का सफर कर थी। क्योंकि अगर भारत आस्ट्रेलिया को चौथा वनडे हरा देता तो किक्रेट इतिहास में उसके नाम ऐसी उपलब्धि दर्ज हो जाती जिसे भारतीय टीम कभी हासिल नहीं कर पाई। 925 एकदिवसीय मैच खेल चुकी टीम इंडिया ने कभी लगातार दस मैच नहीं जीते हैं।
कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया लगातार 9 वनडे मैच जीत चुकी है अगर इस मैच में भी जीत हासिल होती तो भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार होता जब लगातार 10 जीत हासिल होती लेकिन ऐसा हो न सका। बैंगलोर में हार के साथ ही उसका लगातार 10 मैच जीतने का सपना टूट गया| आपको बता दें कि इस पहले
महेंद्र सिंह धोनी और सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत 9-9 वनडे मैच जीत चुका है।
क्लीन स्वीप का सपना टूटा
इस हार के साथ ही टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ क्लीन स्वीप का मौका भी गंवा दिया। वनडे क्रिकेट के इतिहास में भारत ऑस्ट्रेलिया का क्लीन स्वीप नहीं कर पाया है। जिस तरह से टीम इंडिया सीरीज के पहले तीन मैच जीती थी उसे देखकर लग रहा था कि विराट की अगुवाई में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया का क्लीन स्वीप कर लेगी।
आपको बता दें कि अब भारतीय टीम के पास नागपुर में होने वाले आखिरी मैच में जीत दर्ज फिर से नंबर वन की कुर्सी पर विराजमान होने का मौका होगा। भारत यह मैच जीत जाता है तो उसके दोबार 120 अंक हो जाएंगे और वह नंबर वन बन जाएगा। लेकिन अगर इस मैच में भी भारत को हार मिलती है तो भारत के 118 अंक रह जाएंगे और वह दूसरे स्थान पर रहेगा।
बेंगलुरु के एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए चौथए वनडे में अॉस्ट्रेलियाई टीम ने अपना खाता खोला। पहले बल्लेबाजी करते हुए डेविड वॉर्नर (124) और एरॉन फिंच (94) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 231 रनों की साझेदारी के दम पर भारत के सामने 335 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। मेजबान टीम केदार जाधव (67), रोहित शर्मा (65) और
अजिंक्य रहाणे (53) की अर्धशतकीय पारियों के बावजूद भी लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी और पूरे 50 ओवर खेलने के बाद आठ विकेट के नुकसान पर 313 रन बना सकी।