राज्य का इकलौता स्टेडियम ग्रीन पार्क
उत्तर प्रदेश में इंटरनेशनल लेवल का एक मात्र स्टेडियम है – ग्रीन पार्क। कानपुर स्टेडियम में कई इंटरनेशनल मैचों का आयोजन हो चुका है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे मौजूदा सीरीज का आखिरी मुकाबला भी ग्रीन पार्क में ही खेला जा रहा है। यह इस स्टेडियम का पहला डे नाइट मुकाबला है। 1946 में बने इस स्टेडियम में अबतक 22 इंटरनेशनल टेस्ट मैच और 14 एकदिवसीय मैच आयोजित हो चुके है। हालांकि कानपुरियों को इस बात का मलाल लंबे समय से है कि वो अपने घरेलू मैदान पर अपने घरेलू क्रिकेटर को नहीं देख सके है।
कुलदीप से थी आस
कानपुरियों को इस बार युवा चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव से काफी उम्मीदें थी। स्थानीय कुलदीप यादव भारतीय टीम में शामिल है। लोगों को यह उम्मीद की वे 32 सालों के बाद ग्रीन पार्क में खेलने वाले कानपुर के अगले क्रिकेटर बनेगे। लेकिन टीम प्रबंधन ने लोगों की इस उम्मीद को खत्म कर दिया।
आखिरी मैच के लिए नहीं चुने जा सके कुलदीप
न्यूजीलैंड के साथ चल रहे सीरीज के फाइनल फाइट में कुलदीप यादव को टीम में शामिल नहीं किया गया। पिछले मैच के विनिंग कॉम्बिनेशन के साथ टीम कानपुर में भी उतर चुकी है। कुलदीप लोगों की उम्मीद पर खड़े नहीं उतर सके। बता दें कि कुलदीप ने अबतक शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया है। वे 12 एकदिवसीय मैचों से 19 विकेट लेने में सफल रहे है।
32 साल पहले गोपाल शर्मा ने किया था कारनामा
ग्रीन पार्क में कानपुर के क्रिकेटर रहे गोपाल शर्मा ने आज से 32 साल पहले भारत की जर्सी में इंटरनेशनल लेवल का मैच खेल कर कानपुरियों को खुशी मनाने का मौका दिया था। हालांकि उसके बाद से कानपुर के लोग उस खुशी को जी नहीं सके। आज के मैच में कुलदीप यादव से यह उम्मीद की जा रही थी। लेकिन एक बार फिर कानपुर के लोगों को निराशा हाथ लगी।