चौथे दिन के नाबाद रहे अकेले मार्कराम ने ही टीम की ओर से संघर्ष किया। उन्होंने 74 गेंदों का सामना करते हुए 39 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 5 चौके और 1 सिक्स भी जमाया। वहीं ब्रुएन अपने खाते में मात्र तीन रन और जोड़कर दस के स्कोर पर आउट हो गए।
इसके बाद विकेटों की झड़ी सी गई। कप्तान फाफ डु प्लेसिस भी कुछ कमाल नहीं कर सके और मात्र 13 रन बनाकर टीम को संकट में छोड़कर चले गए। एक अन्य भरोसेमंद बल्लेबाज क्विंटन डी काक केवल दो गेंदों का सामना कर शून्य के स्कोर पर शमी का शिकार बने।
फिलेंडर और केशव महाराज भी बस औपचारिकता निभाने ही मैदान में आए और बिना खाता खोले वापस चले गए। इससे पूर्व भारतीय टीम ने मैच के चौथे दिन अपनी दूसरी पारी 323/4 रनों पर घोषित की थी। मेजबान टीम ने साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 395 रनों का विशाल टार्गेट दिया था।
भारतीय गेंदबाजों में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने चार विकेट हासिल किए वहीं तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी एक के बाद गुच्छे में तीन विकेट लेकर अफ्रीकियों की कमर तोड़कर रख दी। पहली पारी में सात विकेट लेने वाले रविचंद्नन अश्विन दूसरी पारी में एक विकेट ही ले सके।