बीसीसीआई जैसे धनी बोर्ड और भारत जैसी बड़ी टीम के बिना क्रिकेट के किसी बड़े टूर्नामेंट कि कल्पना करना भी मुश्किल है। अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक संघ ने ओलम्पिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिए आईसीसी से बड़ी टीमों और उसके खिलाडियों के खेलने का आश्वाशन माँगा है।
नई दिल्ली : ओलम्पिक में क्रिकेट को शामिल करने कि मांग पहले भी होती रही है, लेकिन इसको कभी गम्भीरता से नहीं लिया गया। इस बार जब आईसीसी खुद इसके लिए प्रयासरत है,ऐसे में भारतीये क्रिकेट को नियंत्रित करने वाला बीसीसीआई अड़ियल रुख अपना कर इसको क्रिकेट को ओलम्पिक में शामिल होने से रोक रहा है। खेलों के प्रचार प्रसार और उनकी लोकप्रियेता को देखते हुए किसी खेल संघ का ऐसा अड़ियल रवैया कहाँ तक सही है? ओलम्पिक में शामिल होना प्रत्येक खिलाड़ी का सपना होता है। खेलों को जितने अधिक मंच दिए जाएँ उनकी लोकप्रियेता में उतनी ही वृद्धि होती है,लेकिन बीसीसीआई जैसे खेल संघों कोप ये बात समझ नहीं आ रही है।
ओलम्पिक में क्रिकेट को शामिल करने के लिए सबकुछ ठीक चल रहा है इन्तजार है तो बस भारत की मंजूरी का। भारत इसके लिए तैयार नहीं है। भारत में क्रिकेट को नियंत्रित करने वाली बीसीसीआई, ओलम्पिक में शामिल नहीं होना चाहती। आईसीसी और आईओसी टी-20 क्रिकेट को ओलम्पिक में शामिल करना चाहते हैं। बीसीसीआई इसके लिए सहमत नहीं है। बीसीसीआई के ओलम्पिक में शामिल न होने का मुख्य कारणउ उसकी स्वायत्ता खत्म है|बीसीसीआई नहीं चाहती कि उसकी स्वायत्ता पर कोई खतरा उत्पन्न हो यही उसके विरोध का मुख्य कारण है। बीसीसीआई के विरोध का दूसरा मुख्य राजस्व को लेकर है,अगर बीसीसीआई आईओए में शामिल होता है तो उसे अपना राजस्व बाँटना होगा जो बीसीसीआई बिल्कुल भी नहीं चाहता।
आईसीसी,बीसीसीआई को राजी करने क लिए हरसम्भव प्रयासरत है। बीसीसीआई जैसे धनी बोर्ड और भारत जैसी बड़ी टीम के बिना क्रिकेट के किसी बड़े टूर्नामेंट कि कल्पना करना भी मुश्किल है। अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक संघ ने ओलम्पिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिए आईसीसी से बड़ी टीमों और उसके खिलाडियों के खेलने का आश्वाशन माँगा है। ऐसे में आईसीसी के लिए भारत के बिना एक कदम चलना भी मुश्किल है। आईओसी पहले ही साफ़ कर चूका है कि जब तक बड़ी टीमों और उसके बड़े खिलाडियों के खेलने आश्वासन नहीं मिलता आईओसी,आईसी के ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं करेगा?
प्रवासी भारतीय भी खेलों के बड़े बाजार और भारत में क्रिकेट की लोकप्रियेता को देखते देखते हुए क्रिकेट को ओलम्पिक शामिल करने के लिए अपने स्तर पर प्रयासरत हैं। आईसीसी ओलम्पिक में क्रिकेट को शामिल कराने के लिए जी जान से जुटा हुआ है लेकिन बीसीसीआई उसकी राह में रोड़ा अटका कर खड़ा है।
आईसीसी के पास सितम्बर तक का समय है जिसके भीतर उसे आईओसी को अपना फैसला बताना है ताकि इसके आगे कि प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों कि समिति ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी से क्रिकेट को ओलम्पिक में शामिल करने सम्बन्धित रिपोर्ट मांगी है।
बीसीसीआई अगर सहमत होता है तो 2024 के ओलम्पिक में क्रिकेट को शामिल किया जा सकता है। ओलम्पिक में क्रिकेट का आयोजन 1990 पेरिस ओलम्पिक में किया गया था। 2024 पेरिस में होने वाला ओलम्पिक एक बार फिर से ओलम्पिक में क्रिकेट का वापसी स्थल बन सकता है।आईसीसी सीमित ओवरों वाले टी-20 क्रिकेट को ओलम्पिक में आयोजित करना चाहता है।