न्यूजीलैंड से वनडे सीरीज से पहले प्रतिस्पर्धी क्रिकेट की उम्मीद की जा रही थी लेकिन सिर्फ चौथे मैच में ही वह अच्छा खेल पाई और बाकी के सारे मैचों में भारत के बेहतरीन संतुलित प्रदर्शन के कारण हार को विवश हो गई। टी-20 हालांकि अलग प्रारुप है, जहां न्यूजीलैंड का दबदबा रहा है। दोनों टीमों की अगर बात की जाए तो भारत और न्यूजीलैंड ने 2007 से अभी तक कुल नौ टी-20 मैच खेले हैं जिसमें से सिर्फ दो मैच में ही भारत को जीत मिली है और यह दोनों मैच उसने अपने घर में ही जीते हैं। छह मैचों में किवी टीम ने बाजी मारी है जबकि एक मैच रद्द हो गया था।
आंकड़ों के लिहाज से भारत के लिए चिंता है क्योंकि किवी टीम उस पर हमेशा हावी रही है। न्यूजीलैंड ने अपने घर में भारत के खिलाफ दो टी-20 मैच खेले हैं और दोनों में जीत हासिल की है जिसमें से एक मैच 2009 में इसी मैदान पर खेला गया था। भारत की मौजूदा टीम ने हालांकि बीते वर्षों में आंकड़ों के सभी खेल बिगाड़ दिए हैं। वह आस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट और फिर द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीत कर आई और फिर 10 साल बाद न्यूजीलैंड में वनडे सीरीज जीती।
इस सीरीज में हालांकि भारत के नियमित कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली नहीं खेल रहे हैं। उन्हें आराम दिया गया है। टीम की कप्तानी रोहित शर्मा के हाथों में है। रोहित भारतीय टीम में कोहली के बाद सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माने जाते हैं। ऐसे में टीम की जिम्मेदारी उन पर है। टी-20 में रोहित का जलवा हमेशा देखने को मिला है लेकिन विदेशी जमीन पर रोहित की परेशानी जगजाहिर है। रोहित को इस पर ध्यान देना होगा।
रोहित के अलावा उनके सलामी जोड़ीदार शिखर धवन भी टी-20 में अच्छा करते आए हैं। वनडे में कोहली की गैरमौजूदगी में युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को तीसरे नंबर भेजा गया था। वह हालांकि दोनों मैचों में विफल रहे थे। देखना होगा कि क्या गिल को टीम प्रबंधन टी-20 पदार्पण का मौका देता है। वनडे टीम में अंबाती रायडू टीम का हिस्सा थे लेकिन टी-20 में वह नहीं हैं। उनके स्थान पर युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत अंतिम-11 में आ सकते हैं। वहीं केदार जाधव और महेंद्र सिंह धोनी का खेलना तय है।
गेंदबाजी में एक बार फिर भुवनेश्वर कुमार पर जिम्मेदारी होगी। यहां उन्हें पहले से ज्यादा सतर्क और रहना होगा क्योंकि उनके साथ सिद्धार्थ कौल और खलील अहमद जैसे युवा तेज गेंदबाज हैं। इन दोनों में से कौन अंतिम-11 में खेलेगा यह मैच के दिन ही पता चलेगा। भुवनेश्वर को हालांकि हार्दिक पांड्या का भी साथ मिलेगा।
युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने वनडे के अलावा टी-20 में भी अहम रोल निभाया है। इन दोनों के अलावा क्रूणाल पांड्या के रूप में रोहित के पास एक और स्पिन गेंदबाजी विकल्प हैं। क्रूणाल अंत में बल्ले से बड़े शॉट भी खेल सकते हैं और इस लिहाज से वह अंतिम-11 में फिक्स माने जा रहे हैं। अब देखना होगा कि चहल और कुलदीप दोनों में से कौन उनके साथ जाता है।
वहीं किवी टीम की बात की जाए तो उसे मार्टिन गुप्टिल के न होने से बड़ा झटका लगा है, लेकिन उसके पास कोलिन मनुरो जैसा टी-20 का खतरनाक बल्लेबाज हैं। वहीं कप्तान केन विलियमसन के अलावा रॉस टेलर भी टी-20 में किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ खतरनाक साबित हो सकते हैं। गेंदबाजी में एक बार फिर टिम साउदी को जिम्मे भारतीय बल्लेबाजों को रोकने का भार होगा। मिशेल सैंटनर इस सीरीज में किवी टीम के लिए अहम रोल निभा सकते हैं।
टीम :
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, ऋषभ पंत, शुभमन गिल, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, सिद्धार्थ कौल, क्रूणाल पांड्या, खलील अहमद, विजय शंकर, केदार जाधव।
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), कोलिन मुनरो, टिम सेइफेर्ट (विकेटकीपर), रॉस टेलर, कोलिन डी ग्रांडहोम, जेम्सी नीशाम, मिशेल सैंटनर, डग ब्रैसवेल, टिम साउदी, ईश सोढ़ी, लॉकी फग्र्यूसन, स्कॉट कुगेलेजिन, डार्ले मिशेल।