कप्तान कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि हार्दिक पंड्या के आल राउंडर के तौर पर बढ़ते स्तर से टीम को नया आयाम मिला है। बल्लेबाजी हमेशा ही भारतीय टीम की मजबूती रही है, लेकिन टीम गेंद से भी प्रभावित करना जारी रखेगी। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमरा आस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम को परेशान कर रहे हैं और डेथ ओवरों में उन्होंने अन्य खिलाड़ियों को भी मुश्किल में डाला।
वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो एशेज से पहले कंगारू टीम निश्चित रूप से भारत के खिलाफ इन अंतिम दो मुकाबलों में लय हासिल करना चाहेगी. हालांकि यह इस समय काफी मुश्किल लगता है लेकिन फिर भी वे जानते हैं कि एशेज से पहले फार्म में वापसी करना काफी जरूरी है।
आस्ट्रेलिया को अपनी सरजमीं से बाहर लगातार 11 वनडे में हार मिली है जिसमें दो मुकाबले बारिश की भेंट भी चढ़ गये और इसमें आठ में उसे दक्षिण अफ्रीका और भारत से हार मिली है।
मौजूदा सीरीज पहले ही टीम इंडिया के नाम हो चुकी है। भारत ने चेन्नई में खेले गए बारिश से बाधित हुए पहले मैच को 26 रनों से जीता था। जबकि दूसरे और तीसरे मैच को भारत 50 रन और पांच विकेट से जीता था। भारतीय टीम इस समय में अपने सर्वश्रेष्ठ दौर में है। ऐसे में टीम के लिए ये चुनौती कोई बहुत बड़ी नहीं दिख रही।