फेवरेट हैं भारतीय टीम-
इस सीरीज में फेवरेट का तमगा लेकर उतरी भारत पहली पारी में आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के जूझती दिखी है। भारत पुजारा के शानदार शतक से जरूर सम्मानजनक स्कोर हासिल कर है। पुजारा ने एक छोर संभाले रखा है लेकिन दूसरे छोर से उन्हें लंबा साथ देने वाला साथी नहीं मिला ।रोहित शर्मा और ऋषभ पंत ने जरूर कुछ देर उनका साथ दिया लेकिन यह दोनों अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लेने वाली भारतीय टीम के लिए पारी की शुरुआत ही बेहद खराब रही। 100 का आंकड़ा पार करने से पहले ही उसने अपने पांच बल्लेबाजों को गंवा दिया था। भारत के लिए पुजारा के अलावा, रोहित शर्मा ने 37 और ऋषभ पंत तथा रविचंद्रन अश्विन ने 25-25 रन बनाए। आस्ट्रेलिया के लिए मिशेल स्टॉर्क, जोस हाजलेवुड, पैट कमिस और नाथन ल्योन ने दो-दो विकेट लिए।
पहले दिन का खेल खत्म-
एक तरफ विकेटों का पतझड़ दिखा तो दूसरी तरफ पुजारा दीवार से खड़े नजर आए और उन्होंने शानदार शतक जड़कर अपने करियर का 16वां शतक जड़ा और भारत का स्कोर 226 पर पहुंचा दिया। एक समय भारत ने पहले सत्र में 41 रनों पर ही अपने चार विकेट खो दिए थे। यहां से 11 महीनों बाद टेस्ट में वापसी कर रहे रोहित (37) और पुजारा ने टीम को थोड़ी देर तक संभाले रखा। पहले सत्र में इन दोनों ने भारत को पांचवां झटका नहीं लगने दिया लेकिन दूसरे सत्र में बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे रोहित, नाथन लॉयन पर हावी होने के प्रयास में गैरजरूरी शॉट खेल अपना विकेट खो बैठे। रोहित का विकेट 86 के कुल स्कोर पर गिरा। रोहित ने लॉयन की गेंद को छक्के के लिए मारना चाहा लेकिन गेंद बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर हवा में गई और पदार्पण कर रहे मार्कस हैरिस ने उनका कैच पकड़ लिया। यहां से युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत (25) ने विकेट पर पैर जमा पुजारा के साथ छठे विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी की। पंत ने अपने अंदाज के अनुकूल तेजी से रन बनाए और आस्ट्रेलिया के खतरनाक गेंदबाज मिशेल स्टार्क तथा कमिंस पर मौका मिलने पर अच्छे प्रहार किए। पंत हालांकि लॉयन की फिरकी को संभाल नहीं पाए। 127 के कुल स्कोर पर लॉयन की एक खूबसूरत गेंद पंत के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर टिम पेन के हाथों में जा समाई।