रिपोर्ट के अनुसार भारतीय टीम 12 सितंबर को चेन्नई में पहुंच जाएगी जहां चेपॉक में पांच दिन का कैंप होगा। दोनों देशों के बीच टेस्ट इतिहास का रिकॉर्ड 23 टेस्ट और करीब 24 साल पुराना है। भारत ने बांग्लादेश को टेस्ट मैचों में अभी तक कोई चांस नहीं दिया है। बांग्लादेश भारत के खिलाफ एक भी टेस्ट नहीं जीत पाया है।
दोनों देशों के बीच साल 2001-01 में जब पहला टेस्ट मैच खेला गया था तब बांग्लादेश क्रिकेट का शिशु था और आज वह एक प्रतिद्वंदी टीम बन चुकी है। बांग्लादेश में हुए उस मैच में भारत को जीत मिली थी। इसके चार साल बाद 2004-05 में भारत ने फिर से बांग्लादेश की धरती पर मैच खेला। इस बार दो मैचों की सीरीज थी जिसमें मेजबान टीम का सूपड़ा साफ कर दिया गया था।
इसके बाद 2007 और 2009-10 में भी लगभग यही कहानी दोहराई गई। हालांकि 2007 में भारत 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश को क्लीन स्वीप नहीं कर पाया था। भारत ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती थी। इसके बाद भी अगली टेस्ट सीरीज में भारत ने दो मैचों में बांग्लादेश का क्लीन स्वीप कर दिया था।
इन दोनों देशों के क्रिकेट इतिहास में 2015 में हुई टेस्ट सीरीज खास है। इस बार केवल एक ही मैच खेला गया था। बारिश से प्रभावित यह मुकाबला ड्रा रहा और यह दोनों देशों के इतिहास की पहली टेस्ट सीरीज है जहां भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल नहीं की थी।
अब तक जितनी भी टेस्ट सीरीज का जिक्र किया गया है, वह सभी बांग्लादेश की धरती पर खेली गई थी। साल 2016/17 और 2019/20 में हुई टेस्ट सीरीज बांग्लादेश ने भारत की धरती पर खेली। 2016/17 में एक ही टेस्ट मैच हुआ जहां बांग्लादेश को हार मिली। 2019/20 में हुई दो मैचों की टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश का 2-0 से सूपड़ा साफ हो गया।
दोनों देशों के बीच अंतिम टेस्ट सीरीज बांग्लादेश की धरती पर खेली गई थी जहां भारत ने दो मैचों में मेजबान टीम को फिर से क्लीन स्वीप किया था। इस तरह से दोनों देशों के बीच टेस्ट मैचों का इतिहास रहा है जहां बांग्लादेश ने एक भी मैच नहीं जीता लेकिन भारत के खिलाफ एक मैच ड्रा हासिल करने में जरूर कामयाबी हासिल की थी।