स्पिन आक्रमण में हो सकता है बदलाव
पिछले दो मैचों के मद्देनजर टीम इंडिया अपनी गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव कर सकती है। पहली गाज खराब फॉर्म से गुजर रहे वाशिंगटन सुंदर पर गिर सकती है। उन्होंने पिछले पांच टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में सिर्फ तीन विकेट लिए हैं। इस सीरीज में तो वह काफी महंगे भी रहे हैं और अगर उनकी क्षेत्ररक्षण की बात करें तो वह अहम मौकों पर इस सीरीज में दो कैच भी टपका चुके हैं। इसलिए टीम इंडिया तीसरे टी-20 में मौका न मिले। उनकी जगह निर्णायक मुकाबले में कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है। वह उनसे बेहतर गेंदबाज हैं और क्षेत्ररक्षण भी अच्छी करते हैं। सुंदर के साथ प्लस प्वांइट यही है कि उनकी बल्लेबाजी अच्छे लय में दिख रही है। शीर्ष और मध्यक्रम के बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। ऐसे में उनकी जगह कुलदीप को टीम इंडिया मौका दे सकती है। कुलदीप लंबे समय से टी-20 टीम से बाहर हैं। उन्होंने अपना आखिरी टी-20 मैच हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ फरवरी में खेला था।
टीम इंडिया के दोनों तेज गेंदबाज दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार ने इस सीरीज में दोनों हाथों से रन लुटाए हैं। दीपक पर विंडीज के गेंदबाज खास तौर पर निर्मम रहे हैं। पहले टी-20 में उनके चार ओवरों में विंडीज के बल्लेबाजों ने 56 रन ठोंक दिए थे तो वहीं दूसरे मैच में 3.3 ओवर में ही दीपक ने बना विकेट लिए 35 रन लुटा दिए थे। हालांकि उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में शानदार गेंदबाजी थी, लेकिन वह बीती बात है और बांग्लादेश की बल्लेबाजी आक्रमण विंडीज जैसी नहीं थी। अलग-अलग कारणों से उसके दो स्टार खिलाड़ी तमीम इकबाल और शाकिब अल हसन के टीम में न होने से उनकी बल्लेबाजी स्तरीय नहीं थी। वहीं चोट से वापसी के बाद भुवनेश्वर कुमार भी अपनी फॉर्म से जूझ रहे हैं। ऐसे में टेस्ट और वनडे में शानदार फॉर्म दिखाने वाले मोहम्मद शमी को तीसरे मैच में दीपक चाहर की जगह मौका मिल सकता है।
बल्लेबाजी में बदलाव की गुंजाइश नहीं
भारतीय बल्लेबाजी में बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं लगती है। रोहित शर्मा हालांकि दोनों मैच में नहीं चले हैं, लेकिन वह बड़े बल्लेबाज हैं। इसलिए उनकी जगह को कोई खतरा नहीं है। केएल राहुल और विराट कोहली ने पहले टी-20 मैच में अच्छी बल्लेबाजी की थी तो दूसरे मैच में शिवम दुबे और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने दम दिखाया था। पंत ने पहले मैच में भी संक्षिप्त मगर अच्छी बल्लेबाजी की थी। लेकिन असल समस्या पंत की विकेटकीपिंग को लेकर है। उन्होंने इस सीरीज में भी अच्छी विकेटकीपिंग नहीं की है। इस वजह से उनकी जगह पर सवाल उठ रहे हैं। टीम में संजू सैमसन भी हैं, जो लगातार उन्हें चुनौती दे रहे हैं, लेकिन इस सीरीज में पंत की ओर से की गई अच्छी बल्लेबाजी के कारण उन्हें शायद उन्हें अभी और इंतजार करना पड़े।
विंडीज के लिए भी गेंदबाजी ही समस्या है। हालांकि शेल्डन कोटरेल और केसरिक विलियम्स ने विकेट निकाले हैं, लेकिन इन्होंने काफी अतिरिक्त रन भी दिए हैं। इन्हें वाइड और नो बॉल से बचना होगा। इसके अलावा लेग स्पिनर हेडन वाल्श और जैसन होल्डर को विकेट निकालना होगा, तभी वह सीरीज जीतने का सपना देख सकती है। विंडीज की बल्लेबाजी की बात करें तो लेंडल सिमंस समेत उसके सारे बल्लेबाज जबरदस्त फॉर्म में नजर आ रहे हैं। उसमें कोई बदलाव शायद ही हो।
टीम इंडिया : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, रविंद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी।
बेंच : दीपक चाहर, संजू सैमसन, मनीष पांडेय और वाशिंगटन सुंदर।
वेस्टइंडीज : कीरोन पोलार्ड (कप्तान), लेंडिल सिमन्स, एविन लुईस, ब्रैंडन किंग, शिमरोन हेटमेयर, फेबियन एलेन, जेसन होल्डर, शेल्डन कॉटरेल, खारी पियरे, हेडन वॉल्श जूनियर और केसरिक विलियम्स।
बेंच : दिनेश रामदीन, शेरफाने रदरफोर्ड और कीमो पॉल।