27 सिंतबर 1981 को जन्मे टीम इंडिया के शानदार गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी आज अपना 35वां बर्थडे मना रहे हैं
नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व तेजबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने मंगलवार को अपना 35वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया है। लक्ष्मीपति बालाजी का जन्म 27 सितंबर, 1981 में तमिलनाडु में हुआ था। साल 2004 में पाकिस्तान दौरे पर बेहतरीन गेंदबाजी कर बालाजी ने इंटरनेशल क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई। हाल ही में फर्स्ट क्लास क्रिकेट को अलविदा कहने वाले इस 35 वर्षीय गेंदबाज का करियर खराब फिटनेस और चोटों से प्रभावित रहा।
इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शुरूआत
लक्ष्मीपति बालाजी ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 2001 में राज्य स्तरीय क्रिकेट मैच से की। उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें 18 नवंबर 2002 को वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया में जगह मिली। उन्होंने अपने इंटरनेशनल टेस्ट करियर का पदार्पण मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2003 में खेला।
आइपीएल का करियर
बालाजी 2008 से 2010 तक आइपीएल में चेन्नई टीम के लिए खेले थे । इसके बाद 2011 में वह कोलकाता नाईट राइडर्स टीम के सदस्य बने।
छोटा सा रहा इंटरनेशनल करियर
बालाजी का इंटरनेशल क्रिकेट करियर काफी छोट रहा उन्होंने भारतीय टीम के लिए मात्र 8 टेस्ट, 30 वनडे और पांच टी-20 खेले। उनका टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/76 है जबकि वन-डे में ये 4/48 है।
ये बालाजी के मुस्कराहट के पीछे का बड़ा राज
अगर आप लोग लक्ष्मीपति बालाजी को देखकर यह समझते हैं कि वह हमेशा मुस्कुराते रहते हैं तो आपको बता दें कि बचपन में बालाजी के दांतों का एक ऑपरेशन हुआ था। उस ऑपरेशन के बाद लक्ष्मीपति के दांतों का आकर इस तरह का हो गया कि उनका चेहरा हमेशा मुस्कुराते हुआ लगता है।
चोट के चलते रहना पड़ा था बाहर
2005 में इंटरनेशनल टेस्ट सीरीज के बाद उन्हें चोट लगने के कारण बाहर रहना पड़ा। क्रिकेट जगत में उनकी वापसी 2007 में घरेलू क्रिकेट मैच से हुई।
शोएब अख्तर को धोया था बालाजी ने
वर्ष 2004 में पाकिस्तार दौरे पर गए बालाजी ने राहुल पिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब अख्तर को खूब धोया था। उस समय बालाजी ने शोएब अख्तर को पारी के आखिरी ओवर में बेहतरीन छक्का जड़ा था। बालाजी का यह शॉट इतना बेहतरीन टाइम किया गया था कि 150 किमी प्रति घंटे से अधिक की स्पीड से गेंद फेंकने वाले शोएब भी हतप्रभ रह गए थे। इस मैच में बालाजी ने तीन विकेट लेकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी और इसी की बदौलत टीम इंडिया सीरीज जीतने में कामयाब रही थी। वैसे इस पूरी सीरीज में निचले क्रम पर बैटिंग करते हुए बालाजी ने बेहतरीन स्ट्राइक रेट से ताबड़तोड़ रन बटोरे थे।